चांडी को मुख्यमंत्री पद पर बने रहने का अधिकार नहीं : येचुरी
नई दिल्ली : माकपा पोलित ब्यूरो सदस्य सीताराम येचुरी ने आज कहा कि सौर पैनल घोटाले से केरल की यूडीएफ सरकार की ‘‘विश्वसनीयता’’ प्रभावित हुयी है और इस घोटाले के सामने आने के बाद ओमेन चांडी को मुख्यमंत्री पद पर बने रहने का कोई हक नहीं है. येचुरी ने आरोप लगाया कि सौर उपकरणों की […]
नई दिल्ली : माकपा पोलित ब्यूरो सदस्य सीताराम येचुरी ने आज कहा कि सौर पैनल घोटाले से केरल की यूडीएफ सरकार की ‘‘विश्वसनीयता’’ प्रभावित हुयी है और इस घोटाले के सामने आने के बाद ओमेन चांडी को मुख्यमंत्री पद पर बने रहने का कोई हक नहीं है.
येचुरी ने आरोप लगाया कि सौर उपकरणों की आपूर्ति में गड़बड़ी करने वालों बीजू राधाकृष्णन और सरिता नायर से चांडी के कार्यालय का संपर्क था. दोनों की ठगी के शिकार हुए विभिन्न लोगों और कारोबारियों की शिकायत पर वे दोनों जेल में हैं.
उन्होंने कहा कि जब मामले में एक कर्मचारी के शामिल होने के सबूत सामने आए तो चांडी ने उन लोगों से कोई संपर्क होने से इंकार किया. येचुरी ने माकपा के मुखपत्र पीपुल्स डेमोक्रेसी के ताजा अंक के एक संपादकीय में कहा कि लेकिन इन तथ्यों से उनका इंकार खारिज हो जाता है कि मुख्यमंत्री ने बीजू राधाकृष्णन से एक घंटे तक बातचीत की थी और नई दिल्ली के विज्ञान भवन में सरिता नायर मौजूद थीं जब मुख्यमंत्री एक सम्मेलन में भाग ले रहे थे.
उन्होंने कहा कि संदिग्धों द्वारा गृह मंत्री और अन्य मंत्रियों को किए गए टेलीफोन की बात के सामने आने से घोटाला और गहरा होता जा रहा है. येचुरी ने कहा कि घोटाले के आरोपियों के साथ संपर्क की बात स्थापित हो जाने के बाद चांडी का एक निजी सहायक हिरासत में है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री कार्यालय के तीन अन्य लोगों को हटा दिया गया है.
उन्होंने आरोप लगाया कि चांडी सरकार कुशासन का पर्याय बन गयी है और सौर पैनल घोटाले से मुख्यमंत्री एवं यूडीएफ की विश्वसनीयता पर चोट पहुंची है. माकपा नेता ने कहा कि लोकतांत्रिक मान्यताओं और नैतिकता के आधार पर मुख्यमंत्री को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए. केरल में यह सुनिश्चित करने के लिए आम लोग संघर्ष कर रहे हैं कि मुख्यमंत्री इस्तीफा दें.