राजनाथ सिंह ने बीएसएफ को दिया निर्देश, पाकिस्तान फायरिंग का दें मुंह तोड़ जवाब
नयी दिल्ली: सरकार ने आज सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को आदेश दिया कि जम्मू कश्मीर में पाकिस्तान की ओर से बिना उकसावे के की जाने वाली फायरिंग का करारा जवाब दिया जाए. पडोसी देश के बलों की ओर से की गई फायरिंग में सीमा की रक्षा कर रहे एक भारतीय जवान की मृत्यु पर ये […]
नयी दिल्ली: सरकार ने आज सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को आदेश दिया कि जम्मू कश्मीर में पाकिस्तान की ओर से बिना उकसावे के की जाने वाली फायरिंग का करारा जवाब दिया जाए. पडोसी देश के बलों की ओर से की गई फायरिंग में सीमा की रक्षा कर रहे एक भारतीय जवान की मृत्यु पर ये आदेश दिया गया है.
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने बीएसएफ के महानिदेशक डी के पाठक को इस आदेश के बारे में बताया जो उन्हें जम्मू सीमा की वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी देने आए थे, जहां पाकिस्तान रेंजरों की ओर से आज की गई फायरिंग में वहां गश्त लगा रहा बीएसएफ का एक जवान शहीद हो गया और एक अन्य घायल.
सरकारी बयान में कहा गया गृह मंत्री ने बीएसएफ के महानिदेशक से कहा है कि बिना उकसावे के पाकिस्तान की ओर से की जाने वाली ऐसी किसी भी कार्रवाई का माकूल और करारा जवाब दिया जाए.बीएसएफ महानिदेशक ने गृह मंत्री को पाकिस्तान के रेंजरों द्वारा जम्मू कश्मीर के सांबा क्षेत्र में किए गए संघर्षविराम उल्लंघनों के बारे में बताया.
उन्होंने बताया कि पाकिस्तान की ओर से बिना किसी उकसावे के की गई इस फायरिंग का बीएसएफ ने प्रभावकारी जवाब दिया जिसमें पाकिस्तानी रेंजर के तीन लोगों के मारे जाने और कुछ अन्य के घायल होने की खबर है.
पाठक ने बताया कि पाकिस्तानी रेंजरों की ओर से सफेद झंडा दिखा कर संघर्षविराम का आग्रह किए जाने के बाद शाम को फायरिंग रोकी गई. उन्होंने बताया कि तब से फायरिंग बंद है और स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है.
इस साल पाकिस्तान की ओर से संघर्षविराम उल्लंघन की 550 घटनाएं हुई हैं. साल 2003 के बाद से यह सबसे अधिक है.अक्तूबर में पाकिस्तान की ओर से संघर्षविराम का उल्लंघन किए जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि पाकिस्तान को ‘‘उचित सबक’’ सिखा दिया गया है और वे दोबारा ऐसा करने की जुर्रत नहीं करेगा.