आइआइटी निदेशक शेवगांवकर ने ”अप्रत्याशित परिस्थिति” को इस्तीफे के लिए जिम्मेदार बताया

नयी दिल्ली : पिछले हफ्ते अपने इस्तीफा देने से पैदा हुए विवाद पर आइआइटी दिल्ली के निदेशक आर. शेवगांवकर ने इस फैसले के लिए आज कुछ अप्रत्याशित परिस्थतियों को जिम्मेदार ठहराया. शेवगांवकर ने कहा, साल का अंत आते-आते कुछ अप्रत्याशित परिस्थितियां बन गईं और मैंने अपने पद से इस्तीफा देने का फैसला किया. उन्होंने संकाय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 31, 2014 9:56 PM
नयी दिल्ली : पिछले हफ्ते अपने इस्तीफा देने से पैदा हुए विवाद पर आइआइटी दिल्ली के निदेशक आर. शेवगांवकर ने इस फैसले के लिए आज कुछ अप्रत्याशित परिस्थतियों को जिम्मेदार ठहराया.
शेवगांवकर ने कहा, साल का अंत आते-आते कुछ अप्रत्याशित परिस्थितियां बन गईं और मैंने अपने पद से इस्तीफा देने का फैसला किया. उन्होंने संकाय कर्मचारियों और छात्रों को भेजे अपने विदाई मेल में कहा, आइआइटी दिल्ली लगातार प्रगति के पथ पर बढ रहा है और मैं इस बात को लेकर आश्वस्त हूं कि नया साल संस्थान के लिए कई अभूतपूर्व उपलब्धियां लेकर आएगा. हालांकि, निदेशक ने पिछले शुक्रवार को अपने इस्तीफे का कारण बनी अप्रत्याशित चीजों के बारे में विस्तार से नहीं बताया. उनका कार्यकाल दो साल बाद खत्म होना है. उनके इस्तीफे को अभी तक स्वीकार नहीं किया गया है.
आइआइटी दिल्ली द्वारा सोमवार को जारी एक बयान में इस्तीफे के लिए व्यक्तिगत कारणों का जिक्र किया गया था. अपने मेल में शेवगांवकर ने कहा है कि बाहरी दुनिया के लिए संस्थान के अंदरुनी कामकाज के बारे में एक सकारात्मक छवि तैयार करने की भी जरुरत है.
उन्होंने कहा, स्वस्थ अकादमिक माहौल के लिए असहमति एक अनिवार्य हिस्सा है. हालांकि, इस बात का ध्यान रखे जाने की जरुरत है कि अंदरुनी मतभेदों का इस्तेमाल बाहरी लोग हमारे कामकाज को प्रभावित करने के लिए नहीं करें. उन्होंने कहा, आइए आइआइटी दिल्ली को पारदर्शिता, विश्वास, जवाबदेही और अकादमिक एवं शोध उत्कृष्टता के लिए एक मॉडल संस्थान बनाएं.
शेवगांवकर ने इस बात का जिक्र किया कि आइआइटी दिल्ली के निदेशक के तौर पर यह उनका आखिरी नव-वर्ष संदेश है क्योंकि उन्होंने औपचारिक तौर पर इस्तीफा दे दिया है और कार्यमुक्त होने के आदेश का इंतजार कर रहे हैं.

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