रॉबर्ट वाड्रा की बढ़ी मुश्किलें, आयकर विभाग ने 22 बिंदुओं पर मांगा जवाब
नयी दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वाड्रा की कानूनी मुश्किलें आने वाले दिनों में बढ़ने के संकेत हैं. आयकर विभाग ने वाड्रा की कंपनी द्वारा जमीन खरीद व बिक्री मामले में नोटिस भेजा है. अंगरेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से खबर प्रकाशित की है कि आयकर विभाग […]
नयी दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वाड्रा की कानूनी मुश्किलें आने वाले दिनों में बढ़ने के संकेत हैं. आयकर विभाग ने वाड्रा की कंपनी द्वारा जमीन खरीद व बिक्री मामले में नोटिस भेजा है. अंगरेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से खबर प्रकाशित की है कि आयकर विभाग ने स्काइलाइट हॉस्पिटैलिटी के मुख्य अधिकारी को नोटिस भेजा गया है और उन्हें शुक्रवार को बुलाया गया है. सौदे और आर्थिक लेनदेन की जांच की दिशा में सरकार ने कदम बढ़ा दिया है. आयकर विभाग ने इस संबंध में जांच शुरू की है.
स्काइलाइट हॉस्पिटैलिटी वाड्रा की फर्म है. इस फर्म का नाम डीएलएफ के साथ लेन-देन और कॉमर्शियल लाइसेंस हासिल करने से जुड़े विवाद के केंद्र में है. फर्म को 2005-06 के बाद से उसकी अचल संपत्तियों की खरीद या बिक्री के एग्रीमेंट का ब्योरा देने को कहा गया है. अखबार ने अपनी रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा है कि आइटी डिपार्टमेंट ने स्काइलाइट और डीएलएफ के बीच हुई डील, फर्म और ओंकारेश्वर प्रॉपर्टीज के संबंध में हरियाणा में कॉमर्शियल लाइसेंस हासिल करने के लिए खर्च की जानकारी मांगी है. इस कंपनी के पास स्काइलाइट हॉस्पिटैलिटी के पास हरियाणा के मानेसर में 3.53 एकड़ और राजस्थान के बीकानेर में 470 एकड़ की जमीन है.
अखबार ने अपनी खबर में कहा है कि फर्म से अचल संपत्ति की खरीद-बिक्री का ब्योरा, कृषि भूमि की बिक्री से हुए मुनाफे का ब्योरा, स्काइलाइट से संबंधित अन्य संपत्तियों का ब्योरा, बोर्ड मीटिंग का मिनट्स, लोन का ब्योरा आदि मांगा है. साथ ही फर्म के निदेशकों व और उससे जुड़े अन्य पक्षों के बारे में जानकारी मांगी गयी है.