योजना आयोग को नया नाम देने के पीछे नेहरुवाद का विरोध
नयी दिल्ली: कांग्रेस ने आज कहा कि योजना आयोग का पुनर्गठन करने और इसे ‘‘नीति आयोग’’ का नया नाम देने के पीछे सरकार की मंशा नेहरुवाद का विरोध और कांग्रेसवाद का विरोध है. कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने ट्विटर पर टिप्पणी करते हुए कहा कि नेहरुवाद और कांग्रेसवाद के विरोध के चलते योजना आयोग में […]
नयी दिल्ली: कांग्रेस ने आज कहा कि योजना आयोग का पुनर्गठन करने और इसे ‘‘नीति आयोग’’ का नया नाम देने के पीछे सरकार की मंशा नेहरुवाद का विरोध और कांग्रेसवाद का विरोध है.
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने ट्विटर पर टिप्पणी करते हुए कहा कि नेहरुवाद और कांग्रेसवाद के विरोध के चलते योजना आयोग में ढांचागत बदलाव और नाम परिवर्तन जैसे फैसले किए जा रहे हैं.
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘महज नाम को योजना आयोग से बदलकर नीति आयोग करना आपत्तिजनक नहीं है बशर्ते वह वास्तविक सुधार से युक्त हो. अन्यथा यह पहले के नामकरण समारोहों जैसा पूरी तरह से दिखावटी है. वर्ष 1950 में बने योजना आयोग को अब नीति आयोग के तौर पर जाना जाएगा. इस आशय की घोषाण के कुछ देर बाद सिंघवी की यह टिप्पणी आयी है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में इस तरह का संकेत दिया था.
इस बारे में प्रधानमंत्री ने तीन महीने पहले राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाकर उनसे चर्चा की थी जिसमें कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने इसके पुनर्गठन का विरोध किया था.