नयी दिल्ली : साल की पहली तारीख को देश की राजधानी थर्रा गई. गुरुवार को चार युवकों के शव एक कार में जली हुई हालत में मिलने से इलाके में सनसनी फैल गयी.
बहादुरगढ़ क्षेत्र में अगवा चार युवकों की पहले हत्या की गई, बाद में उन्हीं की कार में शवों को डालकर बहादुरगढ़ के एक गांव में जला दिया गया. मृतकों की पहचान दिल्ली के मित्राऊ गांव के तीन और समसपुर का एक युवक के रूप में हुई है.
दिन भर के संशय के बाद आखिर देर रात मृतक मनीष के चचेरे भाई नरेंद्र की शिकायत पर बहादुरगढ़ के सदर थाना में ही एफआइआर दर्ज की गई.
नरेंद्र के अनुसार ये चारो नये साल की पार्टी करने घर से निकले थे. इनके नाम मनीष संदीप, सुधीर तथा दीपक है. ये लोग धी रात के बाद घर के लिए निकले. कुछ देर बाद सुधीर ने भूपेश को फोन कर बताया कि उनका रास्ते में रवींद्र उर्फ भोलू के साथ उसके आफिस के सामने झगड़ा हो गया है. इसके बाद उनके मोबाइल बंद हो गए. बाद में परिजन रवींद्र के घर पहुंचे तो वहां पर ताला लगा मिला.पुलिस ने बताया कि आपसी रंजिश के कारण यह हत्या हुई है. पहली नजर में यह गैंगवार लग रहा है. मार्च 2014 में दीपक ने रवींद्र पर गोली चलाई थी. मगर वह बच गया था. अंदेशा जताया गया है कि चारों की हत्या में रवींद्र के अलावा उसके भाई धर्मेंद्र व गोपाल, राहुल निवासी मित्राऊ व दरियापुर का चोटी शामिल है.
फिलहाल पुलिस मामले की जांच में लगी हुई है.