मध्याह्न भोजन से रुक सकता था छात्रों की मौतः यूनिसेफ

नयी दिल्ली: यूनिसेफ ने आज कहा कि बिहार में मध्याह्न भोजन से छात्रों की मौतों को रोका जा सकता था यदि खाना तैयार करने के मानकों का पालन किया गया होता. यूनिसेफ ने कहा कि वह अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में है ताकि यह पता लागाया जा सके क्या हुआ और भविष्य में इस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 18, 2013 10:43 PM

नयी दिल्ली: यूनिसेफ ने आज कहा कि बिहार में मध्याह्न भोजन से छात्रों की मौतों को रोका जा सकता था यदि खाना तैयार करने के मानकों का पालन किया गया होता.


यूनिसेफ
ने कहा कि वह अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में है ताकि यह पता लागाया जा सके क्या हुआ और भविष्य में इस तरह की घटनाओं के होने से रोका जा सके.


संयुक्त
राष्ट्र की एजेंसी यूनिसेफ ने कहा, यह स्वीकार करते हुये कि भारत की मध्याह्न भोजन योजना विश्व में स्कूलों में भोजन देने का सबसे बड़ा कार्यक्रम है और सरकार इसके प्रबंधन को मजबूत और सुधारने के लिये काम कर रही है, यूनिसेफ का मानना है कि और ज्यादा कदम आवश्यक रुप से तत्काल उठाये. उसने कहा कि मध्याह्न भोजन बनाने के सुरक्षित और समुचित मानक मौजूद हैं.

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