नयी दिल्ली : लोकसभा चुनाव के दौरान चर्चा में आयीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पत्नी जशोदाबेन एक बार फिर अपना हक जानने के लिए बेताब हो गईं हैं. पिछले दिनों उन्होंने आटीआइ डालकर अपनी सुरक्षा के बारे में जानना चाहा लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली. सरकार ने उन्हें यह जानकारी देने से मना कर दिया था. इसके बाद जशोदाबेन ने इस फैसले के खिलाफ फिर अपील की है.
उल्लेखनीय है कि नवंबर 2014 को जशोदाबेन ने मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद आरटीआइ एक्ट के तहत मेहसाणा पुलिस से उन्हें दी गई सुरक्षा के बारे में जानकारी मांगी थी.
इस संबंध में जशोदाबेन के भाई अशोक मोदी ने बताया कि पहली बार में सवाल का जवाब नहीं मिलने के बाद जशोदाबेन ने मेहसाणा पुलिस के एसपी के समक्ष फिर अपील दायर की है.
पिछली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पत्नी जशोदाबेन ने अपनी सुरक्षा कवर के बारे में एक आरटीआइ के माध्यम से जानकारी मांगी थी जिसे मेहसाणा पुलिस ने यह कहते हुए देने से इनकार कर दिया कि मांगी गयी सूचना स्थानीय खुफिया ब्यूरो (एलआइबी) से संबंधित है, जो आरटीआइ के दायरे में नहीं आता है.
जन सूचना अधिकारी और मेहसाणा के पुलिस उपाधीक्षक भक्ति ठाकर द्वारा उन्हें लिखे गए पत्र में कहा गया है, ‘‘ आपके (जशोदाबेन मोदी) द्वारा मांगी गयी सूचना एलआइबी से संबंधित है और गुजरात के गृह विभाग के एक प्रस्ताव के मुताबिक, एलआइबी को आरटीआइ से छूट दी गयी है. लिहाजा मांगी गयी सूचना आपको नहीं दी जा सकती.’’