नयी दिल्ली : कांग्रेस ने भूमि अध्यादेश, पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में वृद्धि तथा नीति आयोग के गठन जैसे प्रमुख मुद्दों पर आक्रामक रुख अपनाने का फैसला लिया है. पार्टी प्रवक्ता अजय कुमार ने संवाददाताओं से कहा कि राजग सरकार के भूमि अध्यादेश का उद्देश्य संप्रग द्वारा लाए गए भूमि अधिग्रहण कानून से उसकी ‘आत्मा’ बाहर निकाल लेना है.
उन्होंने कहा, हम इस मुद्दे को संसद के अंदर और बाहर जोरशोर से उठाएंगे. हम इसे हर मंच पर चुनौती देंगे. उन्होंने कहा कि भूमि अधिग्रहण कानून को एक संसदीय समिति ने अंतिम रुप दिया था जिसकी प्रमुख भाजपा नेता सुमित्रा महाजन थीं जो अभी लोकसभाध्यक्ष हैं.
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भूमि अध्यादेश पर सरकार से स्पष्टीकरण मांगा था. उन्होंने कहा, यह काफी गंभीर बात है….निश्चित रुप से कुछ ऐसी बात है जिससे वह चिंतित हुए. नीति आयोग के गठन पर उन्होंने आरोप लगाया कि योजना आयोग को बदलने का कदम ‘खतरनाक’ है और यह संघीय ढांचे पर हमला है तथा इसका मकसद अधिकारों को प्रधानमंत्री कार्यालय में केंद्रित करना है.
कांग्रेस प्रवक्ता ने ऐसे समय डीजल और पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में वृद्धि किए जाने की भी आलोचना की जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें गिर रही हैं. कांग्रेस के एक नेता ने अपनी पहचान उजागर नहीं करते हुए कहा कि पार्टी अपने सभी मुख्यमंत्रियों से भी कहेगी कि वे इन मुद्दों को जोरशोर से उठाएं.