नयी दिल्ली : कल मुंबई जैसे आतंकी हमले की साजिश नाकाम होने की खबर सुर्खियों में रही. तटरक्षकों ने संदिग्ध पाकिस्तानी नौका को अरब सागर में रोकने की कोशिश की. लेकिन नौका में मौजूद संदिग्ध लोगों ने नाव में आग लगाकर उसे जला दिया.
इस घटना को आतंकी गतिविधियों से जोड़कर देखा जा रहा था. लेकिन अब इस पूरी घटना पर सवाल खड़े होने लगे हैं. इस घटना पर सवाल खड़ी करती एक रिपोर्ट अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस ने छापी है. स्टोरी लिखने वाले इंडियन एक्सप्रेस के वरिष्ठ पत्रकार एवं अंतरराष्ट्रीय मामलों के संपादक प्रवीण स्वामी ने इस इस पूरी घटना पर कई सवाल खड़े किये हैं.
उन्होंने कहा कि नाव बहुत छोटी थी और कोस्टगार्ड आसानी से इस नाव को पकड़ सकता था. इस पूरी घटना में किसी तरह का हथियार बरामद नहीं हुआ. बताया गया कि नाव में विस्फोटक थे लेकिन अगर विस्फोटक होते तो नाव में ब्लास्ट होता मगर दिखाए जा रहे वीडियों में ऐसा होते हुए नहीं दिख रहा है. फिर इसे कैसे आतंकी घटना से जोड़कर देखा जा सकता है.
उन्होंने कहा कि हमें अपने सूत्रों से जानकारी मिली है कि यह तस्करों थे, जो पाकिस्तान से तस्करी केजरिये सामान लाकर बेचते औरमुनाफा कमाते थे. इनकी बातचीत जो रिकार्ड की गयी है उसमें भी इस बात की जानकारी मिलती है.
एक तरफ, सरकार इस बड़ी आतंकी घटना को रोकने के लिए तटरक्षकों की पीठ थपथपा रही है तो दूसरी तरफ कांग्रेस ने भी इस घटना पर सवाल उठाना शुरू कर दिया है. कांग्रेस प्रवक्ता अजय कुमार ने कहा कि सरकार इस तरह का प्रचार लोगों का ध्यान भटकाने के लिए कर रही है. पाकिस्तान संघर्ष विराम का लगातार उल्लंघन कर रहा है, ऐसे में सरकार इस तरह के विरोधाभास वाली खबरें फैला रही है. कांग्रेस ने मांग की है कि रक्षा मंत्रालय इस पूरी घटना के वीडियो को जनता के सामने लाये.
इस घटना से पूरी दुनिया में हमारा मजाक उड़ाया जा रहा है. सरकार जब इस तरह के तथ्य सामने रख रही है तो पहले पूरी घटना की जानकारी अच्छी तरह रखनी चाहिए. सरकार लोगों का ध्यान दूसरी तरफ आकर्षित करने और अपने काम को बेहतर दिखाने के लिए इस तरह का प्रयास कर रही है. इस पूरे मामले पर सरकार को सफाई देनी चाहिए.
उधर, पाकिस्तान ने भी इस तरह की किसी घटना से इनकार करते हुए आरोप लगाया है कि उन्हें बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि पाक से ऐसी कोई नाव हिंदुस्तान की तरफ नहीं गयी. ऐसे में सरकार अपने बयानों पर घिरती नजर आ रही है इस पूरे मामले पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह से सफाई मांगी गयी तो उन्होंने कहा कि इस घटना की जितनी शुरूआती जानकारी हमारे पास थी हमने उसे सार्वजनिक कर दिया और आगे और ज्यादा जानकारी मिलने पर उसे भी सबके सामने रखा जायेगा.