Tripura Assembly Elections 2023: 16 फरवरी को त्रिपुरा विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होना है. चुनाव को लेकर प्रदेश की सभी राजनीतिक दलों ने पूरे दमखम के साथ प्रचार किया है. इसबार चुनावी मैदान में 259 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इनमें से दर्जनों उम्मीदवार की संपत्ति करोड़ों में है और कई पर कानूनी मुकदमा भी चल रहा है.
त्रिपुरा विधानसभा चुनाव लड़ रहे कैंडिडेट्स की सपंत्ति विवरण को देखें तो 3 प्रतिशत ऐसे कैंडिडेट्स हैं जिनकी संपत्ति 5 करोड़ रुपये से ऊपर है. जबकि, 2 करोड़ से लेकर 5 करोड़ के बीच संपत्ति वाले कैंडिडेट्स की संख्या 8 प्रतिशत है. वहीं, 50 लाख से 2 करोड़ के बीच की संपत्ति वाले हैं 23 प्रतिशत. 10 लाख से 50 लाख के बीच की संपत्ति वाले प्रत्याशियों की संख्या 27 प्रतिशत और जिनकी संपत्ति 10 लाख से कम ऐसे कैंडिडेट्स की संख्या 39 प्रतिशत है.
2 करोड़ से 5 करोड़ के बीच की संपत्ति वाले 20 कैंडिडेट्स. 50 लाख से 2 करोड़ के बीच की संपत्ति वाले 59 कैंडिडेट्स. 10 लाख से 50 लाख के बीच की संपत्ति वाले कैंडिडेट्स 70. 10 लाख से कम संपत्ती वाले कैंडिडेट्स की संख्या 101 है.
किस पार्टी के कितने करोड़पति कैंडिडेट्स- कांग्रेस के 46 प्रतिशत, बीजेपी के 31 प्रतिशत, त्रिपा मोथा पार्ची के 9, सीपीएम के 7 और अन्य के 3 प्रतिशत हैं.
त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीति दल पूरे जोश के साथ मैदान में डटे हैं. बीजेपी, कांग्रेस और लेफ्ट के बीच जोर आजमाइश हो रही है. सबसे बड़ा सवाल है कि क्या एक बार फिर बीजेपी बाजी मारेगी या कांग्रेस-सीपीएम गठबंधन जीत जाएगा चुनाव. सारा दारोमदार कैंडिडेट्स पर टिका हुआ है. ऐसे में राजनीतिक दलों ने जिन उम्मीदवारों पर दांव खेला है उनकी क्षवि कितनी साफ है देखते हैं.
त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव में सत्ताधारी बीजीपी गठबंधन और कांग्रेस-सीपीएम के बीच मुख्य मुकाबला है. 60 विधानसभा सीटों वाले त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में में कुल 259 प्रत्याशी मैदान में हैं. इनमें 16 फीसदी कैंडिडेट्स दागी हैं. यानी उनपर आपराधिक मामले चल रहे हैं.
16 प्रतिशत में आठ परसेंट ऐसे उम्मीदवार हैं जिनपर गंभीर धाराओं के तहत मुकदमे दर्ज हैं.
कांग्रेस में 54 प्रतिशत प्रत्याशी पर मुकदमा दर्ज है. चुनाव में सबसे ज्यादा कांग्रेस ने ही दागी उम्मीदवारों को उतारा है. उसके बाद सीपीएम ने 30 प्रतिशत दागी कैंडिडेट्स को मैदान में उतारा है.
भारतीय जनता पार्टी ने इस बार चुनाव में साफ सुथरी क्षवि वाले उम्मीदवारों को ज्यादा तवज्जों दी है. बीजेपी के कैंडिडेट्स में 16 प्रतिशत पर केस दर्ज है.