इसरो मानव सहित अंतरित मिशन पर कर रहा है काम : डॉ के राधाकृष्णन
मुंबई : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के पूर्व प्रमुख डा के राधाकृष्णन ने आज कहा कि मंगलयान की कामयाबी के बाद इसरो अंतरिक्ष में मानव मिशन भेजने के लिए प्रौद्योगिकी विकसित करने की दिशा में काम कर रहा है. राधाकृष्णन ने शनिवार को मुंबई में शुरू 102वीं भारतीय विज्ञान कांग्रेस में कहा, ‘‘ हम […]
मुंबई : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के पूर्व प्रमुख डा के राधाकृष्णन ने आज कहा कि मंगलयान की कामयाबी के बाद इसरो अंतरिक्ष में मानव मिशन भेजने के लिए प्रौद्योगिकी विकसित करने की दिशा में काम कर रहा है.
राधाकृष्णन ने शनिवार को मुंबई में शुरू 102वीं भारतीय विज्ञान कांग्रेस में कहा, ‘‘ हम अंतरिक्ष में रोबोट भेजने में सफल रहे हैं. अंतरिक्ष में मानव भेजने के लिए सक्षम होने की खातिर भारत में उपलब्ध प्रौद्योगिकी में कुछ और कदमों की आवश्यकता है.’’
उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष में मानव भेजने के लिए चालक दल के लिए जीवन रक्षक प्रणाली और अनुकूल वातावरण मुहैया कराने की योग्यता की जरूरत होती है. इसके अलावा असफलता की दर न्यूनतम किए जाने तथा बचाव प्रणाली विकसित करने की भी आवश्यकता होती है. उन्होंने कहा कि इसरो ऐसी कई चीजों पर काम कर रहा है.
मंगल मिशन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यह रिकार्ड समय चार साल दो महीने में पूरा किया और अंतरिक्षयान का 18 महीने के छोटे समय में परीक्षण किया गया. हमें उम्मीद थी कि इसका जीवन छह महीने होगा. यह पहले ही मंगल कक्षा में 100 दिन पूरे कर चुका है और उम्मीद है कि यह कम से कम छह महीने और चलेगा.
एक सवाल के जवाब में राधाकृष्णन ने कहा कि मिशन के नतीजों के बारे में कुछ कहना जल्दबाजी होगा. लेकिन यान से मिल रहे डाटा की गुणवत्ता काफी अच्छी है.