अखाड़े में उतरे बाबा रामदेव, पहलवान को दी पटखनी, योग और दूध को बताया ताकत का राज
हरिद्वार: बाबा रामदेव हरिद्वार में अपने आश्रम दिव्य योग मंदिर के 20वें स्थापना दिवस पर कुश्ती रिंग में दिखे. योग गुरू बाबा रामदेव सिर्फ योग साधना के क्षेत्र में ही नहीं बल्कि कब्ड्डी और कुश्ती के क्षेत्रों में भी अपने कौशल दिखाते नजर आए. 5 जनवरी 1995 में हरिद्वार में स्थापित हुए दिव्य योग मंदिर […]
हरिद्वार: बाबा रामदेव हरिद्वार में अपने आश्रम दिव्य योग मंदिर के 20वें स्थापना दिवस पर कुश्ती रिंग में दिखे. योग गुरू बाबा रामदेव सिर्फ योग साधना के क्षेत्र में ही नहीं बल्कि कब्ड्डी और कुश्ती के क्षेत्रों में भी अपने कौशल दिखाते नजर आए.
5 जनवरी 1995 में हरिद्वार में स्थापित हुए दिव्य योग मंदिर के स्थापना दिवस को बाबा रामदेव ने अलग तरीके से मनाया. सोमवार को इस मौके पर राष्ट्रीय कुश्ती और कब्ड्डी चैंपियनशिन आयोजित किया गया.
मौके पर केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, खेल मंत्री सर्वानंद सोनोवाल और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे. योगगुरू इस आयोजन में अखाड़े पर उतरे और अपने से काफी कम उम्र के पहलवान को भी पटखनी दे दी.
ओयोजन में ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार भी मौजूद थे. उन्होंने कब्ड्डी और कुश्ती जैसे खेल को बाबा रामदेव द्वारा आगे बढ़ाने की सराहना की. बाद में बाबा रामदेव ने बताया कि इस तरह की मुहीम से स्वेदेशी खेलों को बढ़ावा मिलेगा. उन्होंने कहा कि स्वदेशी खेलों को ऊंचाई पर ले जाने की आवश्यकता है.
रामदेव ने बताया कि वह पूर्व में कुश्ती खेलते थे और एक बार फिर से वह इस खेल में हाथ आजमाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि योग,गाय का दूध और खीर उनकी ताकत का राज है.