आंध्र में बाढ़ की स्थिति गंभीर, 200 गांव चपेट में
हैदराबाद:आंध्र प्रदेश में शनिवार को बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई. गोदावरी नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है और करीब छह जिलों में 200 से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं, जहां से लोग सुरक्षित स्थानों के लिए निकल नहीं पा रहे हैं. भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के तीन […]
हैदराबाद:आंध्र प्रदेश में शनिवार को बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई. गोदावरी नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है और करीब छह जिलों में 200 से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं, जहां से लोग सुरक्षित स्थानों के लिए निकल नहीं पा रहे हैं.
भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के तीन हेलीकॉप्टर को करीमनगर जिले में राहत एवं बचाव कार्य में लगाया गया है, जो बाढ़ के कारण सर्वाधिक बुरी तरह प्रभावित जिलों में से एक है, जबकि एक अन्य हेलीकॉप्टर खम्मम जिले में बचाव कार्य के लिए तैयार है.
राज्य सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि करीमनगर जिले के मंथानी डिवीजन में करीब 40 गांव फंसे हुए हैं. वायु सेना के हेलीकॉप्टर प्रभावित गांवों में भोजन, पानी के पैकेट तथा दवाएं गिरा रहे हैं.
उत्तरी तेलंगाना क्षेत्र में हालांकि बारिश में कमी आई है, लेकिन गोदावरी नदी का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है. खम्मम जिले के भद्राचलम में शनिवार को गोदावरी का जल स्तर 56.4 फुट था. प्रशासन पहले ही तीसरी चेतावनी जारी कर चुका है. भद्राचलम शहर में मंदिर के आसपास के कई निचले इलाकों में बाढ़ का पानी बह रहा है.
खम्मम जिले में फंसे 40 गांवों में बचाव कार्यो के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की तीन टीम पहुंच चुकी है.
राजामुंद्री के नजदीक धौलेश्वरम में गोदावरी नदी का पानी 15 मीटर के स्तर को पार कर गया है, जिसके कारण पूर्वी एवं पश्चिमी गोदावरी जिलों के 150 से अधिक गांवों में बाढ़ आ गई है. प्रशासन ने 16 लाख क्यूसेक से अधिक पानी बंगाल की खाड़ी में छोड़ा है.
बाढ़ के कारण पश्चिमी गोदावरी जिले में पोलावरम तथा कोवूर मंडल के कई गांवों का संपर्क भंग हो गया है.
पूर्वी गोदावरी जिले में प्रशासन ने करीब 1,200 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है. जिलाधिकारी नीतू प्रसाद ने कहा कि निचले इलाकों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा गया है.