सुनंदा पुष्कर केसः एम्स की मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट में हत्या का जिक्र नहीं

नयी दिल्ली : एम्स के जिस मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट के आधार पर सुनंदा पुष्कर की मौत के सिलसिले में हत्या का मामला दर्ज किया गया है उसी बोर्ड के प्रमुख ने आज कहा कि पैनल ने अपनी रिपोर्ट में ‘‘हत्या’’ की बात नहीं लिखी है और उसने मौत की वजह ‘‘जहर’’ बताया है. मेडिकल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 7, 2015 12:16 PM

नयी दिल्ली : एम्स के जिस मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट के आधार पर सुनंदा पुष्कर की मौत के सिलसिले में हत्या का मामला दर्ज किया गया है उसी बोर्ड के प्रमुख ने आज कहा कि पैनल ने अपनी रिपोर्ट में ‘‘हत्या’’ की बात नहीं लिखी है और उसने मौत की वजह ‘‘जहर’’ बताया है.

मेडिकल बोर्ड के प्रमुख सुधीर गुप्ता ने यहां कहा, ‘‘हमारी रिपोर्ट में यह नहीं लिखा कि मौत, हत्या है. यह जहर के कारण हुई है. पुलिस ने इस संबंध में राय मांगी थी और हम उसे पहले ही बता चुके हैं. अब आगे की जांच करना पुलिस की जिम्मेदारी है.’’ संवाददाताओं ने गुप्ता से सवाल किया था कि क्या, रिपोर्ट में मौत को हत्या के रुप में दिखाया गया था.

एम्स के फॉरेंसिक प्रमुख गुप्ता ने कहा कि यह उनके व्यक्तिगत विचार नहीं हैं और रिपोर्ट मेडिकल बोर्ड के तीनों डॉक्टरों का सम्मिलित विचार है.

गुप्ता ने कहा, ‘‘हमने दिल्ली के एक बडे अस्पताल के पैथोलॉजी विभाग के प्रमुख के व्यक्तिगत विचार भी लिए हैं.’’ उन्होंने यह भी कहा कि अटॉप्सी पेशेवर तरीके से की गयी है.एम्स ने पिछले साल सितंबर में भेजी अपनी अगली रिपोर्ट में जहर की कुछ ऐसी किस्मों का नाम दिया था हमारे अपने देश की फॉरेंसिक प्रयोगशालाओं में आसानी से पता नहीं लगाया जा सकता.

इसबीच सुनंदा पुष्‍कर मौत मामले में पुलिस ने विशेष जांच दल (SIT) बनाया है. दिल्ली पुलिस आयुक्त बी एस बस्सी ने मी‍डिया कोजानकारीदेते हुए कहा कि सुनंदा पुष्कर मामले की जांच के लिए हमने विशेष जांच दल बनाया. जांच के बाद ही कुछ सामने आ पायेगा. इसकी जानकारी समय-समय पर मीडिया को उपलब्ध करा दी जाएगी.

यह पूछे जाने पर कि सुनंदा की मौत के करीब एक वर्ष बाद हत्या का मामला क्यों दर्ज किया गया, बस्सी ने कहा कि एम्स की अंतिम रिपोर्ट के कारण एफआईआर दर्ज करना जरुरी हो गया था ताकि सुनंदा के विसरा के नमूने आगे की जांच के लिए विदेश भेजे जा सकें.

उन्होंने कहा कि जब हम भारतीय दंड संहिता की धारा 302 के तहत एक मामला दर्ज करते हैं तो इसका मतलब यह है कि हमारे पास इस बात पर विश्वास करने के प्रथम दृष्टया कारण हैं कि यह हत्या का मामला है.

दिल्ली पुलिस प्रमुख ने सुनंदा पुष्कर के पति शशि थरुर से पूछताछ किए जाने की संभावना से इनकार नहीं किया है. उन्होंने कहा कि ‘‘जो भी आवश्यक होगा, किया जाएगा.’’

इधर जानकारी है कि सुनंदा पुष्कर की रहस्यमय स्थिति में हुई मौत के सिलसिले में हत्या का केस दर्ज करने के बाद उनके विसरा नमूनों को ब्रिटेन या अमेरिका की किसी प्रयोगशाला में भेजा जाएगा, जिससे जहर की पहचान की जा सके. मंगलवार को हत्या का मामला दर्ज होने के बाद से पूर्व केंद्रीय मंत्री और सुनंदा के पति शशि थरूर की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं. पुलिस उनसे और बाकी गवाहों से फिर से पूछताछ कर सकती हैं.

गौरतलब है कि सुनंदा पुष्कर मौत मामले में मंगलवार को रिपोर्ट से एक नया खुलासा होने के बाद अज्ञात व्यक्ति पर केस दर्ज कर लिया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि उनकी मौत जहर से हुई है इसलिए हत्या का मामला दर्ज किया गया है.

17 जनवरी 2014 को शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर का शव चाणक्यपुरी स्थित लीला होटल के एक कमरे में संदिग्ध स्थिति में मिला था.

शशि थरुर ने इस बात पर आश्‍चर्य व्यक्त किया है. उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट के जरीए ट्वीट किया कि मैं यह जानकर स्तब्ध हूं कि मेरी पत्नी की मौत के मामले में दिल्ली पुलिस ने हत्या का केस दर्ज किया है. थरुर ने यह भी ट्वीट किया है कि इस बारे में अभी तक किसी तरह की पोस्टमार्टम रिपोर्ट या जांच रिपोर्ट जैसे कि सीएफएसएल की प्रति मुझे नहीं मिली है. लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि वह जांच में सहयोग करते रहेंगे.

Next Article

Exit mobile version