प्रवासी युवाओं से सुषमा की अपील, आयें, जुड़ें और भारत में बदलाव का उत्सव मनायें
गांधीनगर : विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने प्रवासी भारतीयों से ‘मेक इन इंडिया’ और ‘स्वच्छ भारत’ जैसी सरकारी पहल में निवेश के जरिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सोच के अनुरुप देश में बदलाव लाने में योगदान करने की आज अपील की. 13वें प्रवासी भारतीय दिवस के शुभारंभ पर सुषमा ने कहा कि भारत में प्रवासी […]
गांधीनगर : विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने प्रवासी भारतीयों से ‘मेक इन इंडिया’ और ‘स्वच्छ भारत’ जैसी सरकारी पहल में निवेश के जरिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सोच के अनुरुप देश में बदलाव लाने में योगदान करने की आज अपील की. 13वें प्रवासी भारतीय दिवस के शुभारंभ पर सुषमा ने कहा कि भारत में प्रवासी भारतीयों के लिए निवेश और कारोबार करना सरल बनाने के लिए सरकार कई पहल कर रही है.
अपने उद्घाटन संबोधन में विदेश मंत्री ने कहा, ‘आने वाले कुछ वर्षो में विदेशी निवेश जरुरी है. हम आपसे, युवा प्रवासियों से चाहते हैं कि वे भारत के विकास में योगदान करें. हम चाहते हैं कि आप भारत के भविष्य के बारे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सोच में साझेदार बने.’ सुषमा ने कहा, ‘हमने कई पहल को आगे बढाया है जिसमें भारत को बदलने की क्षमता है.’
उन्होंने कहा, ‘आइए, जुडें और भारत में बदलाव का उत्सव मनायें और इसमें योगदान करें.’ विदेश मंत्री ने कहा कि सरकार ने मेक इन इंडिया, जन धन योजना, स्वच्छ गंगा अभियान, स्वच्छ भारत अभियान जैसे कई कार्यक्रमों को आगे बढाया है और बडे बदलाव का वादा किया है लेकिन इनमें से कई में निवेश की जरुरत है.
सुषमा ने कहा, ‘कारोबार करने के माहौल को बेहतर बनाने के लिए सरकार ने प्रक्रियाओं को सरल बनाने, नियमों को व्यवहारिक करने और प्रौद्योगिकी का उपयोग बढाने जैसे कई कदम उठाये हैं. ऐसे गैर-जरुरी कानूनों की पहचान करने के प्रयास किये जा रहे हैं जिन्हें समाप्त किये जाने की जरुरत है.’
उन्होंने कहा, ‘आधारभूत संरचना और बुनियादी ढांचे में वित्त पोषण पर स्पष्ट तौर पर ध्यान दिया जा रहा है.’ उन्होंने वादा किया कि सरकार उच्च स्तर की पारदर्शिता और ईमानदारी के लिए प्रतिबद्ध है.’ विदेश मंत्री ने कहा कि अर्थव्यवस्था में नयी विविधता आई है और केंद्र में मजबूत सरकार बनने से ‘निवेश अनुकूल पहल’ के कारण इसमें उत्साह बढा है.
उन्होंने कहा, ‘सरकार मिशन के रुप में काम कर रही है और आप इसमें योगदान कर सकते हैं और हिस्सा बन सकते हैं.’ 13वां प्रवासी भारतीय सम्मेलन ऐसे समय में हो रहा जब महात्मा गांधी के 1915 में दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटने के 100 वर्ष भी पूरे हो रहे हैं.
स्वतंत्रता आंदोलन में महात्मा गांधी के योगदान का जिक्र करते हुए सुषमा ने कहा कि देश के विकास में योगदान करने से पहले युवाओं के लिए यह जानना जरुरी है कि देश किन-किन समस्याओं का सामना कर रहा है. उन्होंने प्रवासी युवाओं से देश की समृद्ध धरोहर का उत्सव मनाने की अपील करते हुए ‘शून्य’, चिकित्सा, आयुर्वेद और उच्च शिक्षा में भारतीयों के योगदान का जिक्र किया.
युवा मामलों के राज्य मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने प्रवासी युवाओं से परिवार के महत्व समेत भारतीय मूल्यों का संरक्षण करने को कहा. उन्होंने कहा कि स्थिर परिवार ही स्थिर समाज का निर्माण करता है जिससे देश स्थिर और मजबूत बनता है.
प्रधानमंत्री 8 जनवरी को सम्मेलन में होंगे शामिल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आठ जनवरी को सम्मेलन के मुख्य समारोह का उद्घाटन करेंगे. जिसमें दक्षिण अफ्रीका के विदेश मंत्री मैते निकोआना-माशाबाने विशिष्ट अतिथि तथा गुआना के राष्ट्रपति डोलैंड रामोतार मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करेंगे. नौ जनवरी को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी भी सम्मेलन में भाग लेंगे.