नयी दिल्ली: सुनंदा पुष्कर की मौत के मामले को एक नया मोड देते हुए कांग्रेस सांसद शशि थरुर ने आरोप लगाया है कि दिल्ली पुलिस ने उनके घरेलू नौकर को ‘‘शारीरिक रुप से प्रताडित किया और धमकी दी’’ ताकि वह इस बात का ‘‘इकबालिया बयान’’ दे कि उन दोनों ने (नौकर और थरुर ने) उनकी (सुनंदा) हत्या की है. वहीं पुलिस ने कहा कि वह प्रथम दृष्टया मानती है कि यह हत्या का मामला है.
दिल्ली पुलिस आयुक्त बी एस बस्सी ने कहा कि सुनंदा की मौत के मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित किया गया है. थरुर ने बस्सी को 12 नवंबर को एक पत्र लिखकर उनके घरेलू नौकर नारायण सिंह पर पुलिस द्वारा दबाव बनाने का आरोप लगाया था.
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने पत्र में शिकायत की थी कि दिल्ली पुलिस के अधिकारियों में से एक का आचरण ‘‘अस्वीकार्य और अवैध’’ है जिसने उनके घरेलू नौकर सिंह को ‘बार बार शरीरिक रुप से प्रताडित किया’ ताकि वह इस बात को स्वीकार कर ले कि उन्होंने और उनके नौकर ने उनकी (सुनंदा) हत्या की है.
थरुर ने कहा कि वह और उनके कर्मचारी ने मामले की जांच में पुलिस के साथ ‘‘पूरा सहयोग’’ किया था.उन्होंने अपने पत्र में लिखा था, ‘‘इसलिए मैं यह जानकर स्तब्ध हूं कि शुक्रवार सात नवंबर 2014 को दिल्ली पुलिस के चार अधिकारियों द्वारा 16 घंटे की पूछताछ और फिर आठ नवंबर 2014 को 14 घंटे की पूछताछ के दौरान मेरे घरेलू नौकर नारायण सिंह को आपके एक अधिकारी ने बार बार शारीरिक तौर पर प्रताडित किया.’’