सीजेएम की पत्नी की मौत:परिजन ने एक और शिकायत दर्ज कराई
गुड़गांव : गुड़गांव के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) की पत्नी गीतांजलि गर्ग का गोलियों से छलनी शव बरामद होने के पांच दिन बाद पुलिस को आज तीन में वह दो गोलियां मिल गईं जो गीतांजलि के शरीर के आर पार निकल गई थी. वहीं, सीजेएम के पिता से आज एसआईटी ने पूछताछ की. गुड़गांव पुलिस […]
गुड़गांव : गुड़गांव के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) की पत्नी गीतांजलि गर्ग का गोलियों से छलनी शव बरामद होने के पांच दिन बाद पुलिस को आज तीन में वह दो गोलियां मिल गईं जो गीतांजलि के शरीर के आर पार निकल गई थी. वहीं, सीजेएम के पिता से आज एसआईटी ने पूछताछ की. गुड़गांव पुलिस आयुक्त आलोक मित्तल ने आज संवाददाताओं को बताया कि गीतांजलि को जो दो गोलियां लगी थी वह वारदात स्थल से बरामद कर ली गई हैं. उन्होंने यह भी बताया कि मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी ने सीजेएम रवनीत गर्ग के पिता केके गर्ग से पूछताछ की है.
इस बीच, गीतांजलि के मायके के लोगों ने अपनी पूरक शिकायत में आरोप लगाया है कि उसके सास ससुर दहेज के लिए उसे प्रताड़ित किया करते थे और एक बार उन्होंने उसके दो बच्चों की स्कूल की फीस तक भरने से इनकार कर दिया था तथा उससे अपने माता पिता के पास से पैसे लाने को कहा था. शनिवार को सीजेएम के खिलाफ हत्या का एक मामला दर्ज किया गया था. गौरतलब है कि 17 जुलाई को उनकी पत्नी गीतांजलि को अपने यहां उच्च सुरक्षा वाले पुलिस लाइंस स्थित अपने आवास के पास मृत हालत में पाया गया था, उसके शरीर पर गोली के तीन जख्म थे.
मृतका के भाई प्रदीप अग्रवाल ने कल पुलिस के समक्ष एक और शिकायत दर्ज करा कर आरोप लगाया कि गर्ग परिवार उसकी बहन के साथ लगातार बुरा बर्ताव कर रहे था. अग्रवाल ने गुड़गांव पुलिस को दी अपनी पूरक शिकायत में आरोप लगाया कि वे लोग उनसे महंगे सामान और नकदी मांगा करते थे. उन्होंने बताया, ‘‘शादी के वक्त 17 लाख रुपये की कीमत की एक स्कोडा लॉरा कार दी गई थी.शादी के दो साल बाद उनके दबाव में आकर हमें 20 लाख रुपये कीमत की स्कोडा सुपर्ब कार देनी पड़ी.’’ अग्रवाल ने बताया, ‘‘पिछले तीन महीने से अपने सास ससुर के दबाव में आकर गीतांजलि हमसे पैसे मांगा करती थी, यहां तक कि अपने दो बच्चों की स्कूल की फीस भरने के लिए भी.’’उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि उसकी मौत से कुछ दिन पहले गर्ग की चचेरी बहन हिना गर्ग उनके घर में रह रही थी.
उन्होंने बताया, ‘‘जिस दिन गीतांजलि की मौत हुई उस दिन घर में गर्ग की मुक्तसर में रहने वाली एक अन्य करीबी रिश्तेदार भी थी.’’उन्होंने आरोप लगाया कि गर्ग की इन दोनों करीबी रिश्तेदारों का बर्ताव बहुत संदिग्ध था और गीतांजलि की मौत के दिन जो कुछ भी हुआ उसके लिए यह दोनों बहुत हद तक जिम्मेदार रही होंगी. एसआईटी का नेतृत्व कर रहे एसीपी अशोक बक्शी ने बताया कि वे सही दिशा में बढ़ रहे हैं. हालांकि उन्होंने इस संबंध में ज्यादा जानकारी नहीं दी.