माथाभंगा : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज साफ कर दिया कि उत्तर बंगाल की जनता को भारत बांग्लादेश तीस्ता जल समझौता मंजूर होने के बाद ही उनकी सरकार इसपर सहमत होंगी.
ममता बनर्जी ने उत्तरी बंगाल में बांग्लादेश की सीमा से सटे कूचबिहार जिले में एक पंचायत चुनाव रैली में कहा, ‘‘यदि कूचबिहार के लोग हरी झंडी दिखा देते हैं तभी मैं सहमत होउंगी. अन्यथा नहीं. यदि उत्तर बंगाल के लोगों को यह मंजूर हो, तभी मैं सहमत होउंगी. मैं उत्तर बंगाल को सुखा कर किसी भी कीमत पर इसे नहीं होने दूंगी.’’
उन्होंने कहा, ‘‘जबतक मैं हूं, मैं उत्तर बंगाल के लोगों पर कोई अत्याचार नहीं होने दूंगी और न ही उन्हें वंचना का शिकार होने दूंगी. ’’ पश्चिम बंगाल में वर्ष 2011 में सत्ता में आने के बाद तृणमूल कांग्रेस सरकार ने तीस्ता जल साझेदारी समझौते के मुद्दे का अध्ययन करने के लिए नदी विशेषज्ञ कल्याण रुद्र की अध्यक्षता में एक विशेषज्ञ समिति बनायी थी.
ममता बनर्जी इस मुद्दे पर वर्ष 2011 में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की ढाका यात्रा के दौरान उनके प्रतिनिधिमंडल से बाहर आ गयी थीं.