मिड डे मील में छिपकली मिलने की जांच के आदेश
पलवल : बिहार के सारण जिले में जहरीला भोजन करने से 23 बच्चों की दुखद मौत के छह दिन बाद आज पलवल के एक सरकारी स्कूल में ‘मिड डे मील’ में कथित रुप से मरी हुई छिपकली मिलने से हड़कंप मच गया. मामले की जांच के आदेश दिये गये हैं. बच्चों को भोजन वितरण से […]
पलवल : बिहार के सारण जिले में जहरीला भोजन करने से 23 बच्चों की दुखद मौत के छह दिन बाद आज पलवल के एक सरकारी स्कूल में ‘मिड डे मील’ में कथित रुप से मरी हुई छिपकली मिलने से हड़कंप मच गया. मामले की जांच के आदेश दिये गये हैं. बच्चों को भोजन वितरण से पहले ही छिपकली पर नजर पड़ जाने से एक बड़ा हादसा टल गया.
खंड शिक्षा अधिकारी रमेश चंद शर्मा ने बताया कि इस मामले की गंभीरता को देखते हुए विभाग को लिखकर जांच कार्रवाई के लिए भेज दिया गया है तथा पुलिस कार्रवाई के लिए भी लिख दिया गया है. उन्होंने कहा कि एक दिन का मिड डे मील का खर्च भी काट दिया गया है. शेष कार्रवाई जांच रिपोर्ट आने के बाद ही की जाएगी.
स्कूल में छात्र -छात्राओं को वितरित करने के लिए लाए गए मिड डे मील को बच्चों में बांटने की तैयारी की जा रही थी, इसी दौरान भोजन में कथित रुप से एक मरी हुई छिपकली दिखायी दी, जिसके बाद शिक्षा विभाग तथा जिला प्रशासन में हड़कंप मंच गया. प्रशासन ने आनन-फानन में जिले के सभी स्कूलों में बच्चों में मिड डे मील का वितरण रुकवा दिया. शिक्षा विभाग ने पुलिस कार्रवाई तथा विभागीय कार्रवाई करने के लिए अनुशंसा की है.
सूत्रों के अनुसार रोज की तरह सोमवार की सुबह भी मिड डे मील लेकर वाहन लोहागढ़ स्थित राजकीय मिडिल स्कूल पहुंचा. जैसे ही वाहन में से भोजन को स्कूल के बर्तनों में डाला जाने लगा, वहां मौजूद चौकीदार की नजर चावलों पर पड़ी कि उसमें कुछ मक्खियां लगी हुई हैं. ठीक से देखने पर चावलों में कथित रुप से मरी हुई छिपकली थी.
सूचना मिलते ही खंड शिक्षा अधिकारी रमेश चंद शर्मा मौके पर पहुंच गए. बाद में सूचना मिलने पर अतिरिक्त उपायुक्त इंद्रपाल बिश्नोई तथा नायब तहसीलदार कमल कुमार भी पुलिस को लेकर स्कूल परिसर में पहुंच गए. शर्मा ने बच्चों में वितरण के लिए लाए गए इस मध्याह्न भोजन को तुरंत कब्जे में ले लिया तथा जिले के सभी स्कूलों में भोजन वितरण रुकवा दिया.
पुलिस की मौजूदगी में छिपकली वाले चावलों का सेंपल स्वास्थ्य विभाग को जांच के लिए भिजवा दिया गया. इलाके के स्कूलों के बच्चों को दोपहर का भोजन नहीं मिल पाया इसलिए कुछ स्कूलों को खाना खाने के लिए घर भेज दिया गया और शेष को फल इत्यादि दिए गए. राजकीय माध्यमिक विद्यालय हरि नगर की प्रधानाचार्य किरन देवी ने बताया कि उनके स्कूल से बच्चों को खाना खाने घर भेज दिया गया.
वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी के सी गोयल ने बताया कि अगर खाने में पाई गई छिपकली जहरीली थी, तो इसे खाने से बच्चों में दस्त, उल्टी, अचेत होने की आशंका रहती और इसके कारण मृत्यु तक संभव है.
उन्होंने बताया कि भोजन में पाई गई छिपकली जहरीली है या नहीं, यह जांच के बाद ही पता चल पाएगा. उन्होंने बताया कि भोजन के सैंपल को फूड एनलिस्ट लैबोरेटरी चंडीगढ़ भेजा जाएगा, जहां से करीब पंद्रह दिन जांच का परिणाम आएगा. उसके बाद ही स्पष्ट रुप से कुछ कहा जा सकेगा.