कांग्रेस अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालें राहुल गांधी :दिग्विजय
नयी दिल्ली: कांग्रेस में सांगठनिक चुनाव हो रहे हैं और ऐसे में पार्टी महासचिव दिग्विजय सिंह ने आज कहा कि उनकी मजबूत राय है कि राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष बनना चाहिए. जब दिग्विजय से पूछा गया कि क्या उन्हें लगता है कि राहुल गांधी को पार्टी का नेतृत्व सौंपने का समय आ गया है […]
नयी दिल्ली: कांग्रेस में सांगठनिक चुनाव हो रहे हैं और ऐसे में पार्टी महासचिव दिग्विजय सिंह ने आज कहा कि उनकी मजबूत राय है कि राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष बनना चाहिए.
जब दिग्विजय से पूछा गया कि क्या उन्हें लगता है कि राहुल गांधी को पार्टी का नेतृत्व सौंपने का समय आ गया है तो उन्होंने जवाब में कहा, ‘‘मैं लंबे समय से कहता आ रहा हूं और आज भी अपनी बात पर कायम हूं. मैं इस बात को लेकर दृढ हूं कि राहुल गांधी ने उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाली है और कांग्रेस नेतृत्व तथा सोनिया गांधी से मेरा अनुरोध है कि उन्हें एआईसीसी की जिम्मेदारी सौंपी जानी चाहिए.’’
दिग्विजय का बयान ऐसे समय में आया है जब पार्टी में संगठन के चुनाव चल रहे हैं और अगस्त-सितंबर में कांग्रेस के नये अध्यक्ष का चुनाव होगा. इस संबंध में इस साल मार्च महीने में एआईसीसी की बैठक हो सकती है.
सिंह ने दो महीने पहले भी कहा था कि राहुल को कांग्रेस की कमान संभालनी चाहिए. उन्होंने तब कहा था कि कांग्रेस ने हमेशा युवा नेतृत्व को प्रोत्साहित किया है और जवाहरलाल नेहरु 38 वर्ष की आयु में एआईसीसी के अध्यक्ष बन गये थे. मौलाना आजाद 35 साल की उम्र में पार्टी अध्यक्ष बन गये थे.
राहुल गांधी की उम्र 44 साल है. उनकी मां सोनिया गांधी (68) पार्टी की सबसे लंबे समय तक रहने वाली अध्यक्ष हैं और मार्च, 1998 से इस पद को संभाल रहीं हैं.
राहुल गांधी ने पिछले महीने पार्टी महासचिवों की साथ बैठक की थी और उनसे कांग्रेस में नई उर्जा फूंकने के लिए जमीनी स्तर पर लोगों से विचार जानने को कहा था.
इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी महासचिवों और प्रदेश अध्यक्षों को पत्र लिखकर कवायद को पूरी करके फरवरी के आखिर तक रिपोर्ट जमा करने को कहा.
इन सुझावों को पुस्तक का स्वरुप दिया जाएगा और एआईसीसी की मार्च में संभावित बैठक में इन पर विचार विमर्श किया जाएगा.जनवरी 2013 में कांग्रेस का उपाध्यक्ष बनने के बाद से राहुल की सक्रियता कई गुना बढ गयी है.
लोकसभा चुनाव के बाद से कांग्रेस की हार का सिलसिला थम नहीं रहा. कुछ राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजों को छोड दें तो पिछले छह महीनों में पार्टी के लिए चुनावी नतीजे उत्साहजनक नहीं रहे.इस बीच पार्टी ने अपने सदस्यता अभियान की अवधि 31 दिसंबर से बढाकर 28 फरवरी तक कर दी है.
जब पूछा गया कि क्या गांधी परिवार से इतर कोई नेता इस बार कांग्रेस का अध्यक्ष बन सकता है तो एआईसीसी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा, ‘‘राहुल गांधी पहले ही कांग्रेस अध्यक्ष के बाद नंबर दो पर हैं. अगर सोनियाजी पद छोडने का फैसला करती हैं तो वह पार्टी अध्यक्ष होंगे.’’ कुछ महीने पहले पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने एक टीवी साक्षात्कार में कहा था कि सोनिया गांधी संगठन में नंबर एक हैं और जनवरी 2013 में जयपुर में राहुल गांधी को उपाध्यक्ष बनाने का फैसला संभवत: सही फैसला था.
जब चिदंबरम से पूछा गया था कि क्या कोई गैर-गांधी नेता कांग्रेस अध्यक्ष बन सकता है तो उन्होंने कहा था, ‘‘मैं ऐसा सोचता हूं. किसी दिन, हां हो सकता है.’’ इस बारे में समय पूछे जाने पर उन्होंने तत्काल यह भी कहा था, ‘‘मुझे नहीं पता.’’