कांग्रेस ने शीला दीक्षित के बयान को किया खारिज
नयी दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद खंडित जनादेश की स्थिति में कांग्रेस द्वारा आप को समर्थन देने की संभावना संबंधी पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बयान को जहां उनकी ही पार्टी ने खारिज कर दिया वहीं भाजपा ने कहा कि इससे साबित हो गया है कि आप, कांग्रेस की बी टीम है. दीक्षित के […]
नयी दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद खंडित जनादेश की स्थिति में कांग्रेस द्वारा आप को समर्थन देने की संभावना संबंधी पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बयान को जहां उनकी ही पार्टी ने खारिज कर दिया वहीं भाजपा ने कहा कि इससे साबित हो गया है कि आप, कांग्रेस की बी टीम है. दीक्षित के बयान पर आम आदमी पार्टी ने कहा कि कांग्रेस ने पहले ही हार मान ली है.
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि आप को समर्थन देने का सवाल ही नहीं उठता. उसने जनता के साथ विश्वासघात किया है.उन्होंने कहा कि जो भी इस तरह के बयान हैं उनका पार्टी के विचारों से कोई मेल नहीं है.भाजपा और आप को एक ही सिक्के के दो पहलू बताते हुए लवली ने कहा कि कांग्रेस को जनता का समर्थन मिलने का विश्वास है और वह चुनाव के बाद अपने दम पर सरकार बनाएगी.
शीला दीक्षित ने आज कहा कि विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस खंडित जनादेश की स्थिति में आम आदमी पार्टी को समर्थन दे सकती है. उन्होंने कहा कि भाजपा को समर्थन देने का सवाल ही नहीं है और अगर सरकार बनाने के लिए आप को समर्थन देने की जरुरत पडी तो चुनावी नतीजों का विश्लेषण करने के बाद निर्णय लिया जाएगा.
भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने शीला दीक्षित के बयान पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘शीला दीक्षित के बयान के बाद साफ हो जाता है कि आप कांग्रेस की बी टीम के तौर पर काम करती रही है.’’ उपाध्याय ने कहा कि दिल्लीवासियों को विधानसभा चुनावों में भाजपा को चुनना चाहिए और अन्य दोनों दलों को खारिज कर देना चाहिए.
आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने शीला दीक्षित के बयान पर कहा कि कांग्रेस ने पहले ही हार मान ली है, इसलिए मतदाता उसे देकर अपना वोट बर्बाद नहीं करें.केजरीवाल ने कहा कि लडाई अब केवल भाजपा और आप के बीच रह गयी है.