महिलाओं में बढ़ रहा दिल का रोग
बदलती जीवनशैली और तनाव महिलाओं पर इस कदर हावी हो गया है कि अब उनमें पाया जानेवाला हॉर्मोन भी उनकी रक्षा नहीं कर पा रहा है. एक सर्वे में शामिल 65 प्रतिशत डॉक्टरों ने माना कि बदलती जीवनशैली और इससे जुड़ी दूसरी समस्याओं के चलते युवा महिलाओं में दिल संबंधी बीमारियों की मुख्य वजह उनमें […]
बदलती जीवनशैली और तनाव महिलाओं पर इस कदर हावी हो गया है कि अब उनमें पाया जानेवाला हॉर्मोन भी उनकी रक्षा नहीं कर पा रहा है. एक सर्वे में शामिल 65 प्रतिशत डॉक्टरों ने माना कि बदलती जीवनशैली और इससे जुड़ी दूसरी समस्याओं के चलते युवा महिलाओं में दिल संबंधी बीमारियों की मुख्य वजह उनमें एस्ट्रोजन (हार्मोन) की कमी है.
इस सर्वे में मुंबई समेत देशभर के 600 हेल्थ केयर प्रोफेशनलस को शामिल किया गया. उन्होंने भारतीय महिलाओं में दिल संबंधी बीमारियों के बारे में चौंकानेवाले खुलासे किये. विजुअलाइजिंग द एक्सटेंट ऑफ हार्ट डिजीज इन इंडियन वूमन (वेदना – भारतीय महिलाओं में हृदय संबंधी बीमारियां) नाम के इस सर्वे में 54 प्रतिशत हृदय रोग विशेषज्ञों ने पाया कि पिछले पांच सालों में महिलाओं में दिल संबंधी बीमारियों में 16 से 20 प्रतिशत तक वृद्धि हुई है, जबकि 41 प्रतिशत डॉक्टरों ने माना है कि 10 से 15 प्रतिशत दिल संबंधी बीमारियों में इजाफा 20 से 40 साल की महिलाओं में हुआ है.