सुनंदा पुष्‍कर मौत मामला : जांच के गति पकड़ने के बीच थरूर दिल्ली लौटे

नयी दिल्ली : सुनंदा पुष्कर की रहस्यमय मौत के मामले में जांच के गतिपकड़ने के बीच कांग्रेस सांसद शशि थरूर आज राष्ट्रीय राजधानी लौट आए और कहा कि जांच में सहयोग करना उनका कर्तव्य है. कोच्चि से विमान से लौटने के दौरानथरूरने कहा, ‘‘पुलिस जांच में सहयोग करना और किसी भी तरीके से इसे कमजोर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 11, 2015 7:43 PM

नयी दिल्ली : सुनंदा पुष्कर की रहस्यमय मौत के मामले में जांच के गतिपकड़ने के बीच कांग्रेस सांसद शशि थरूर आज राष्ट्रीय राजधानी लौट आए और कहा कि जांच में सहयोग करना उनका कर्तव्य है.

कोच्चि से विमान से लौटने के दौरानथरूरने कहा, ‘‘पुलिस जांच में सहयोग करना और किसी भी तरीके से इसे कमजोर नहीं करना मेरा कर्तव्य है.’’ थरूर गुरवायूर में आयुर्वेदिक इलाज कराने के लिए एक पखवाडा लंबे अपने प्रवास के बाद राष्ट्रीय राजधानी लौटे हैं.इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर यहां पहुंचने के बाद उन्होंने वहां मौजूद मीडियाकर्मियों से बातचीत नहीं की और सीधा मध्य दिल्ली में लोधी एस्टेट स्थित अपने आवास के लिए रवाना हुए.

पुलिस ने बताया कि किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए उनके आवास पर पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कल कहा था कि वे फिलहाल थरुर से पूछताछ करने नहीं जा रहे हैं क्योंकि वे पहले मामले से जुड़े अन्य सभी लोगों का परीक्षण और उपलब्ध साक्ष्यों पर गौर करना चाहते हैं.

जांच अधिकारियों ने भी कहा था कि उनका इस मामले में अब तक आईपीएल से जुडे किसी पहलू से सामना नहीं हुआ है, जैसा कुछ मीडिया खबरों में इसका संकेत दिया गया है.सुनंदा गत वर्ष 17 जनवरी की रात को दक्षिण दिल्ली में एक पांच सितारा होटल में मृत पाई गई थीं. इससे एक दिन पहले थरूर के साथ कथित प्रेम प्रसंगों को लेकर माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर उनका पाकिस्तानी पत्रकार मेहर तरार से तकरार हुई थी.
शुरुआत में मामले में गठित विशेष जांच दल थरूर से सीधे पूछताछ करना चाहता था और जांच में शामिल होने के बारे में उनसे कहने के लिए एक नोटिस भी तैयार कर लिया गया था लेकिन आखिरी क्षण में इसे नहीं भेजा गया क्योंकि पुलिस के आला अधिकारियों ने फैसला किया कि उनसे पूछताछ करने से पहले अन्य लोगों से पूछताछ की जाए.
थरूर ने कल कहा था कि वह निष्पक्ष जांच में पूरा सहयोग देंगे. उन्होंने किसी राजनैतिक दबाव और पूर्व निर्धारित नतीजे से मुक्त एक पेशेवर पुलिस जांच की मांग की थी.दिल्ली पुलिस ने सुनंदा की मौत के मामले में आईपीसी की धारा 302 के तहत हत्या का मामला दर्ज किया था. यह मामला एम्स की मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर दर्ज किया गया था जिसमें कहा गया था कि उनकी मौत अप्राकृतिक तरीके से और जहर देने से हुई थी.

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