श्रीराम सेना पर प्रतिबंध को बढाएगी गोवा सरकार: पारसेकर
पणजी : श्रीराम सेना द्वारा गोवा में अपनी गतिविधियों के प्रसार की योजनाओं की घोषणा किए जाने के कुछ ही घंटे बाद मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर ने आज कहा कि राज्य सरकार इस विवादास्पद दक्षिणपंथी संगठन पर प्रतिबंध को और छह महीने के लिए बढा देगी. शहर में मुख्य सूचना आयुक्त के नए कार्यालय के परिसर […]
पणजी : श्रीराम सेना द्वारा गोवा में अपनी गतिविधियों के प्रसार की योजनाओं की घोषणा किए जाने के कुछ ही घंटे बाद मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर ने आज कहा कि राज्य सरकार इस विवादास्पद दक्षिणपंथी संगठन पर प्रतिबंध को और छह महीने के लिए बढा देगी.
शहर में मुख्य सूचना आयुक्त के नए कार्यालय के परिसर के उद्घाटन के बाद उन्होंने कहा, श्रीराम सेना पर लगे प्रतिबंध को छह और माह के लिए बढा दिया जाएगा. मुjझे नहीं पता था कि उसपर लगे प्रतिबंध की मियाद दिसंबर में खत्म हो गई थी. मीडिया में आई कुछ खबरों में बताया गया है कि हम प्रतिबंध की अवधि बढाने में विफल रहे हैं. यह संगठन वर्ष 2009 में उस समय चर्चा में आ गया था, जब इसके सदस्यों ने मंगलोर के एक पब में लडकों और लडकियों पर हमला बोला था.
हिंदुत्व के अपने एजेंडे के अनुरुप, श्रीराम सेना देश में कथित पब संस्कृति का विरोध करती रही है. श्रीराम सेना के प्रमुख प्रमोद मुतालिक ने कल शाम को बताया कि वे गोवा में अपनी गतिविधियां शुरु करने की योजनाओं को अंतिम रुप देने के लिए 26 जनवरी को बेलगाम में एक बैठक करेंगे.
उन्होंने कहा, कर्नाटक के बेलगाम में राज्य स्तरीय बैठक के आयोजन के दौरान गोवा में शाखा शुरु किए जाने के समय और अन्य चीजों के बारे में एक विस्तारित रणनीति पर 26 जनवरी को चर्चा होगी. 20 अगस्त 2014 को आपराधिक दंड संहिता की धारा 144(4) के तहत इस विवादास्पद संगठन के बीते साल दिसंबर तक गोवा में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. ऐसा राज्य के दोनों जिलों के कलेक्टरों द्वारा जताए गए विरोध के बाद किया गया था.
यह प्रतिबंध राज्य पुलिस की ओर से दी गई प्रतिकूल रिपोर्ट के बाद लगाया गया था. पुलिस को भय था कि यदि संगठन को संचालन की अनुमति दी जाती है, तो कानून और व्यवस्था की समस्या पैदा हो सकती है. मुतालिक ने कहा कि संगठन गोवा में इसके ‘हिंदुत्व के एजेंडे’ को आगे बढाएगा. उन्होंने कहा, पब संस्कृति और अन्य मुद्दों पर फैसला बाद में हो सकता है. पहले हमें गोवा में अपनी शाखा शुरु करनी है.