प्रदेश अब उबरने की राह पर:बहुगुणा

देहरादून : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने आज कहा कि पिछले महीने आयी भीषण प्राकृतिक आपदाग्रस्त क्षेत्रों में सामान्य जनजीवन बहाल करने के लिये सरकार तेजी से काम कर रही है और बुरा समय बीतने के बाद अब प्रदेश उससे उबर रहा है.केंद्रीय यातायात और सड़क मंत्री आस्कर फर्नाडीस के साथ यहां संवाददाताओं से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 24, 2013 4:30 PM

देहरादून : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने आज कहा कि पिछले महीने आयी भीषण प्राकृतिक आपदाग्रस्त क्षेत्रों में सामान्य जनजीवन बहाल करने के लिये सरकार तेजी से काम कर रही है और बुरा समय बीतने के बाद अब प्रदेश उससे उबर रहा है.केंद्रीय यातायात और सड़क मंत्री आस्कर फर्नाडीस के साथ यहां संवाददाताओं से बातचीत करते हुए बहुगुणा ने कहा कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत पहुंचाने, जनजीवन को सामान्य करने और रुकी चारधाम यात्राको दोबारा शुरु करने के लिये प्रदेश सरकार तीव्र गति से काम कर रही है. उन्होंने कहा, ‘बुरा समय बीत चुका है और अब हम उससे उबरने के पथ पर हैं.’

बहुगुणा ने कहा कि केंद्रीय मंत्री से उन्होंने बाढ़ नियंत्रण से लेकर तबाह हो गये गांवों के पुनर्वास और हेमकुंड सहित प्रदेश के पांचों धामों में वैकल्पिक मार्ग के निर्माण जैसे सभी प्रमुख बिन्दुओं पर वृहद चर्चा की. चार धामों बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के अलावा सिख गुरुद्वारा हेमकुंड साहिब में भी वैकल्पिक मार्ग के निर्माण की आवश्यकता बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि एक सड़क मार्ग बंद होने पर आवागमन के लिये उनका उपयोग किया जा सकता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि केदारनाथ मंदिर में सफाई व्यवस्था का कार्य शुरु हो गया है.


बहुगुणा ने कहा कि मंदिर समिति के लोग सफाई कर रहे हैं और उसके पश्चात वहां पूजा अर्चना का कार्य आरंभ कर दिया जायेगा. बहुगुणा ने कहा कि केदारनाथ क्षेत्र से मलबा हटाने और वहां की सफाई का कार्य भी जल्द ही आरंभ कर दिया जायेगा. उन्होंने बताया कि ‘इंजीनियरिंग प्रोजेक्टस इंडिया लिमिटेड’ को यह काम सौंपा गया है और इस संबंध में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण और भरतीय भूगर्भ सर्वेक्षण की राय भी ली जा रही है.मुख्यमंत्री ने कहा कि खराब मौसम के कारण अभी तक मलबा हटाने के लिये जरुरी उपकरण और मशीने केदारनाथ तक नहीं पहुंचायी जा सकी हैं. उन्होंने कहा, ‘जैसे ही मौसम इजाजत देगा, मशीनें और उपकरण केदारनाथ में पहुंचा दिये जायेंगे और काम शुरु कर दिया जायेगा.’ बहुगुणा ने फिर दोहराया कि केदारनाथ मंदिर के 500 मीटर के दायरे में कोई निर्माण नहीं होने दिया जायेगा.

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