लोगों को नपुंसक बनाने के आरोप पूरी तरह गलत : राम रहीम
जयपुर: डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह ने आज कहा कि आश्रम में लोगों को कथित तौर पर नपुंसक बनाने के आरोप पूरी तरह गलत हैं और मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सी.बी.आई) ने पूछताछ के लिए उन्हें नहीं बुलाया है. उन्होंने कहा कि सेंसर बोर्ड को फिल्म ‘‘मेसेंजर आफॅ गॉड’’ में कुछ […]
जयपुर: डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह ने आज कहा कि आश्रम में लोगों को कथित तौर पर नपुंसक बनाने के आरोप पूरी तरह गलत हैं और मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सी.बी.आई) ने पूछताछ के लिए उन्हें नहीं बुलाया है. उन्होंने कहा कि सेंसर बोर्ड को फिल्म ‘‘मेसेंजर आफॅ गॉड’’ में कुछ भी आपत्तिजनक लगा तो उस दृश्य को हटा दिया जाएगा.
गुरमीत ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि आश्रम में नपुंसक बनाये जाने के आरोप गलत हैं. उन्होंने कहा कि सीबीआई ने उनके आश्रम से संबंधित मामले में उन्हें पूछताछ के लिए नहीं बुलाया है.
उन्होंने कहा कि फिल्म ‘‘मेसेंजर आफॅ गॉड’’ में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है, फिर भी सेंसर बोर्ड को कुछ भी आपत्तिजनक लगा तो उस दृश्य को हटा दिया जाएगा. डेरा प्रमुख ने कहा कि इस फिल्म के माध्यम से उन्होंने युवाओं से जुडने का एक प्रयास किया है जिससे वह अपना संदेश आसानी से और अच्छी तरह से दे सकंे.
जयपुर में अपनी फिल्म के प्रचार के लिये आये राम रहीम ने कहा कि मानवीय मूल्यों को पुनर्जीवित करने व समाज में परमार्थ कार्यों को बढावा देने के उद्देश्य से यह फिल्म बनाई गई है और इस फिल्म में युवाओं में बढती नशा प्रवृत्ति पर लगाम लगाने, वेश्यावृत्ति रोकने, भ्रष्टाचार को समाप्त करने के साथ साथ झूठ व फरेब के साथ लडाई में सच की आवाज बुलंद करने का प्रयास किया गया है. जो लोग फिल्म का विरोध कर कर रहे हैं, क्या वे देश के हित में है. यदि कोई इसे गलत बताता है तो यह आपको तय करना है, ऐसे लोग देश के साथ हैं या नहीं.
राम रहीम ने कहा कि फिल्म में उन्होंने अपने आपको भगवान नहीं ,एक अच्छे इंसान के रुप में पेश किया है और इस फिल्म में किसी भी धर्म के बारे में आलोचना नहीं की गई है. उन्होंने कहा कि फिल्म के जरिये होने वाली कमाई दुनिया भर में थैलेसीमिया ग्रस्त बच्चों व एड्स जैसे असाध्य रोग को जड से खत्म करने के अनुसंधान पर खर्च की जाएगी.
आमिर खान की फिल्म ‘पीके’ के बारे में सिंह ने कहा कि भगवान का मजाक उडाना ठीक नहीं है. हालांकि उन्होंने यह फिल्म देखी नहीं है लेकिन उन्हें बताया गया कि फिल्म में भगवान शिव का मजाक उडाया गया है, यह ठीक नहीं है. कोई भी व्यक्ति धर्म के गलत तरीके की निंदा कर सकता है लेकिन किसी को भगवान का मजाक नहीं उडाना चाहिए.
उन्होंने राजनीतिक पाटियों के संबंध में कहा कि वह उसके साथ हैं जो देश की सेवा में लगा हो.स्वच्छ भारत मिशन पर उन्होंने कहा, ‘‘ क्या आपने प्रधानमंत्री को इससे पहले झाडू लगाते देखा है.. यह एक अच्छा संकेत है.’’ सिंह ने कहा, ‘‘2011 में मैंने सबसे पहले सफाई अभियान शुरु किया था. इस अभियान की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रशंसा की है और अब पूरा देश इससे प्रभावित होकर स्वच्छ भारत मिशन से जुड गया है.’’