किसके हाथों में होगी कांग्रेस की नैय्या.. राहुल गांधी या बहन प्रियंका
नयी दिल्ली: लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस के नये नेतृत्व पर सवाल खड़ा हो गया है. पार्टी के कुछ कार्यकर्ता नये कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में बहन प्रियंका वाड्रा के नाम की वकालत कर रहे हैं तो पार्टी के उच्च पदों पर आसीन लोग कांग्रेस की पूरी जिम्मेदारी राहुल गांधी के कंधे […]
नयी दिल्ली: लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस के नये नेतृत्व पर सवाल खड़ा हो गया है. पार्टी के कुछ कार्यकर्ता नये कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में बहन प्रियंका वाड्रा के नाम की वकालत कर रहे हैं तो पार्टी के उच्च पदों पर आसीन लोग कांग्रेस की पूरी जिम्मेदारी राहुल गांधी के कंधे पर डालने की सिफारिश कर रहे हैं.
कल प्रियंका वाड्रा के जन्मदिन पर इलाहाबाद में काग्रेस के कुछ कार्यकताओं ने चौकपर एक पोस्टर के माध्यम से अपनी मंशा साफ कर दी. पोस्टर में सोनिया गांधी से प्रियंका वाड्रा को कांग्रेस की कमान सौंपने की बात कही गयी थी. कार्यकर्ताओं ने इसके साथ ही पार्टी महासचिव दिग्विजय सिंह पर अध्यक्ष बनने के लिए राहुल गांधी का समर्थन करने पर कटाक्ष भी किया था. प्रियंका पिछले दो सालों से सक्रीय राजनीति में हैं. कार्यकताओं ने प्रियंका को पार्टी अध्यक्ष बनाने के लिए वर्तमान पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र भी लिखा था.
आाज कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक होने वाली है बैठक में कांग्रेस के अगले प्रतिनिधी केनाम पर भी चर्चा हो सकती है. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के द्वारा राहुल गांधी की सिफारिश करने के कारण बहुत हद तक यह संभवाना जतायी जा रही है कि उन्हें पार्टी की कमान सौंप दी जाएगी.
वैसे तो कार्यसमिति की बैठक का एजेंडा मौजूदा राजनीतिक हालातों पर चर्चा होने को बताया जा रहा है लेकिन कयास यह लगाए जा रहे हैं कि बैठक का उदृदेश्य राहुल गांधी को और मजबूती प्रदान करना है. दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीख तय होने के बाद बैठक में चुनाव की रणनीति पर भी चर्चा हो सकती है. इसके साथ ही नरेंद्र मोदी की कार्यप्रणाली पर भी चर्चा होने की संभावना है.
पार्टी के महासचिव दिग्विजय सिंह इससे पहले सार्वजानिक तौर पर बयान दे चुके हैं कि अब समय आ गया है कि राहुल पार्टी का अध्यक्ष पद स्वीकार लें. इसके अलावा कार्यसमिति के अन्य सदस्य भी राहुल के नाम पर मुहर लगा चुके हैं. देखना यह है कि आज होने वाली बैठक का नतीजा क्या निकलता है. पार्टी राहुल गांधी की शक्तिवधर्न का कदम उठाती है या पार्टी की कमान बहन प्रियंका के हाथों में दे देती है.