नयी दिल्ली : नवगठित नीति आयोग के पहल उपाध्यक्ष, जाने-माने अर्थशास्त्री अरविंद पनगढिया ने आज यहां अपना पदभार संभाला. नीति आयोग की मुख्य कार्यकारी सिंधुश्री खुल्ली और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने उपाध्यक्ष को नवगठित संस्था के बारे में जानकारी दी.
उम्मीद है कि पनगढिया आज दिन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे जो आयेाग के अध्यक्ष हैं. सरकार ने पांच जनवरी को उपाध्यक्ष, दो पूर्णकालिक सदस्य, चार पदेन सदस्य :केंद्रीय मंत्री: और तीन विशेष तौर पर आमंत्रित सदस्यों की घोषणा की थी. अर्थशास्त्री विवेक देबराय और डीआरडीओ के पूर्व प्रमुख वी के सारस्वत को प्रधानमंत्री ने पूर्णकालिक सदस्य हैं. वे जल्दी ही संस्था से जुडेंगे. नीति आयोग ने समाजवादी दौर के अवशेष 65 साल पुरानी संस्था योजना आयोग की जगह ली है.
केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अरण जेटली, सुरेश प्रभु और राधा मोहन सिंह इस संस्था के पदेन सदस्य होंगे जबकि उनके सहयोग नितिन गडकरी, स्मृति जुबिन ईरानी और थावर चंद गहलोत विशेष आमंत्रित सदस्य होंगे. सरकार ने नीति :राष्ट्रीय भारत परिवर्तन संस्थान: आयोग के गठन के संबंध में सात जनवरी को मंत्रिमंडल के प्रस्ताव को अधिसूचित किया था जिसकी मंजूरी प्रधानमंत्री ने एक जनवरी को दी थी. सरकार ने आयोग के अधिकारियों के नाम की अधिसूचना भी जारी की थी.
भारतीय मूल के अमेरिकी अर्थशास्त्री, 62 वर्षीय पनगढिया कोलंबिया विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर हैं. पूर्ववर्ती योजना आयोग में भी उपाध्यक्ष इस संस्था का संचालन करते थे और प्रधानमंत्री पदेन अध्यक्ष होते थे. पनगढिया अपने बाजार अनुकूल विचारों के लिए जाने जाते हैं और वह जाने-माने व्यापार अर्थशास्त्री जगदीश भगवती के करीबी सहयोग हैं.
पनगढिया इससे पहले एशियाई विकास बैंक (एडीबी) के अर्थशास्त्री और मेरीलैंड विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर थे. प्रिंसटन विश्वविद्यालय से पीएचडी की डिग्री प्राप्त करने वाले पनगढिया ने विश्व बैंक, अंतराष्ट्रीय मुद्रा कोष, विश्व व्यापार संगठन और अंकटाड में विभिन्न पदों पर काम किया है.