लखनउ, नयी दिल्ली: अमेरिका द्वारा पाकिस्तान से सभी आतंकी संगठनों से लडने के लिए कहे जाने के दिन ही आज भारत ने चेताया कि पडोसी देश समर्थित ‘छद्म युद्ध’ से निपटने के लिए दृढता से कदम उठाये जाएंगे और अगले छह महीने में ‘फर्क’ नजर आएगा.रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने संघर्षविराम उल्लंघन एवं आतंकवादियों की घुसपैठ को लेकर पाकिस्तान को कडा संदेश देते हुए कहा कि यह सुनिश्चित किया जाएगा कि ‘दुश्मन’ छदम युद्ध में और दिलचस्पी नहीं दिखाये. साथ ही कहा कि पाकिस्तान के साथ भारत शांति चाहता है.
पर्रिकर की यह टिप्पणी ऐसे समय आयी है, जब सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह ने पाकिस्तान पर आरोप लगाया है कि अपनी जमीन :पाकिस्तान: पर आतंक के कारण मौतों का मंजर देखने के बावजूद पाकिस्तान ने जम्मू कश्मीर में ‘छदम युद्ध’ का समर्थन जारी रखा है.
पाकिस्तान से सभी आतंकी संगठनों पर कार्रवाई की अपील करते हुए अमेरिकी विदेश मंत्री जान केरी ने इस्लामाबाद में संवाददाताओं से कहा कि लश्कर-ए-तैयबा, तालिबान और हक्कानी नेटवर्क सहित आतंकवादी संगठन भारत और अमेरिका जैसे देशों के लिए खतरा हैं.
पर्रिकर ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘छदम युद्ध के बारे में जो कुछ भी हो रहा है, उसे लेकर सरकार की स्थिति एकदम स्पष्ट है. हमने एक रुख अपनाया है और मैं हालांकि आपको नहीं बता सकता कि हम दरअसल क्या कार्रवाई कर रहे हैं लेकिन गर्मियां समाप्त होते ही आपको फर्क नजर आएगा. अगले छह महीने में वास्तविक आंकडों में आपको फर्क नजर आएगा.’’
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि एक फर्क पहले ही दिख रहा है कि पिछले साल के मुकाबले इस साल 65 से 70 प्रतिशत ज्यादा आतंकवादी सुरक्षाबलों के हाथों खत्म हुए.उन्होंने कहा कि हम पडोसी देशों के साथ शांति चाहते हैं लेकिन यदि छदम युद्ध का प्रयास किया गया तो हम दृढता से कदम उठाएंगे. ‘‘वे कदम क्या हैं, संवाददाता सम्मेलन में उनका खुलासा नहीं किया जा सकता.’’ पर्रिकर ने कहा, ‘‘लेकिन मैं आपको आश्वासन दे सकता हूं कि हम सुनिश्चित करेंगे कि दुश्मन छदम युद्ध में दिलचस्पी न दिखाये या फिर छदम युद्ध में उसकी दिलचस्पी कम हो जाए.’’
पाकिस्तान के साथ वार्ता को लेकर किये गये सवाल के जवाब में रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘भारत की स्थिति एकदम स्पष्ट है. विदेश मंत्रालय ने जो रुख अपनाया है, वह स्पष्ट है. पाकिस्तान के साथ कोई बातचीत तभी हो सकती है, जब पाकिस्तान संघर्ष विराम उल्लंघन और आतंकवादियों की घुसपैठ बंद करे.’’ उन्होंने कहा, ‘‘यदि वह :पाकिस्तान: ऐसा नहीं करता तो केवल वार्ता से कोई समाधान नहीं निकलेगा. यह एकदम स्पष्ट होना चाहिए.’’
दिल्ली में सेना प्रमुख दलबीर सिंह ने कहा, ‘‘पाकिस्तान अपने यहां मौत का मंजर देखने के बावजूद जम्मू कश्मीर में छदम युद्ध का समर्थन कर रहा है.’’जनरल सिंह ने कहा कि पिछले महीने पेशावर के सैन्य स्कूल में बर्बर आतंकी हमले के बाद से पाकिस्तानी सेना का हृदय परिवर्तन हुआ या नहीं, यह ‘‘इंतजार कीजिए और देखिये’’ वाली बात है.
पर्रिकर और जनरल सिंह की टिप्पणियां पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के सलाहकार (राष्ट्रीय सुरक्षा एवं विदेशी मसले) सरताज अजीज के इन आरोपों के बीच आयी हैं कि अफगानिस्तान के जरिए पाकिस्तान में होने वाले हमलों में भारत की सहभागिता है.