दिल्ली विधानसभा चुनाव : कांग्रेस की तीसरी सूची में प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा का भी नाम
नयी दिल्ली: राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी दिल्ली से चुनावी राजनीति में कदम रखने जा रही हैं. कांग्रेस ने दिल्ली में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए गुरूवार को 15 और उम्मीदवारों की जो सूची जारी की है उसमें शर्मिष्ठा मुखर्जी का नाम भी शामिल है, जो ग्रेटर कैलाश सीट से […]
नयी दिल्ली: राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी दिल्ली से चुनावी राजनीति में कदम रखने जा रही हैं. कांग्रेस ने दिल्ली में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए गुरूवार को 15 और उम्मीदवारों की जो सूची जारी की है उसमें शर्मिष्ठा मुखर्जी का नाम भी शामिल है, जो ग्रेटर कैलाश सीट से चुनाव लडेगी.
पार्टी ने नरेला से प्रवीन कुमार भुगरा, आदर्श नगर से मुकेश गोयल, रिठाला से जगदीश यादव और शकूरबस्ती से चमन लाल शर्मा को उम्मीदवार बनाया है, जबकि पटेल नगर सुरक्षित सीट से राजेश लिलोठिया और मादीपुर सुरक्षित से मालाराम गंगवाल चुनाव लडेंगे.
पार्टी ने हरि नगर से सी पी मित्तल, पालम से मदन मोहन, राजेन्द्र नगर से ब्रहम यादव, पटपटगंज से अनिल कुमार, कृष्णा नगर से बंसी लाल, सीमापुरी सुरक्षित से वीर सिंह ढिंगन, रोहतास नगर से विपिन शर्मा और गोकलपुर से रिंकू को टिकट दिया है. इस सूची के साथ कांग्रेस 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा के लिए अब तक 64 उम्मीदवार घोषित कर चुकी है. दिल्ली में सात फरवरी को विधानसभा चुनाव होने वाले हैं.
केजरीवाल का समय अब खत्म
दिल्ली की राजनीति में सक्रिय हो रहीं राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने आम आदमी पार्टी नेता अरविंद केजरीवाल के बारे में कहा था कि उनका समय अब खत्म हो गया है और मुझे नहीं लगता कि अब उन्हें चांस मिलेगा. उन्होंने कहा कि वह अपनी जिम्मेदारी ठीक से नहीं निभा पाए और उसे बीच में ही छोड़कर भाग गए. दिल्ली के लोग उनसे काफी खफा हैं.
जन्मभूमि बंगाल जरूर है लेकिन कर्मभूमि दिल्ली ही है
जब उनसे पूछा गया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मैजिक के बीच वह दिल्ली में विधानसभा चुनाव क्यों लड़ना चाहती हैं, इस पर उन्होंने कहा कि उनका जन्म जरूर बंगाल में हुआ है, मगर उनकी कर्मभूमि दिल्ली ही है. शुरू से लेकर कॉलेज तक की सारी पढ़ाई दिल्ली से ही है. तो ऐसे में उन्होंने दिल्ली से ही चुनाव लड़ना मुनासिब समझा. दिल्ली की राजनीति में क्या शीला दीक्षित को आना चाहिए, इसके जवाब में उन्होंने कहा कि वह बहुत सीनियर नेता हैं. इसका फैसला वह खुद और हाईकमान करेगा.