मोदी ने नयी खोज के लिए 8 सैन्य अधिकारियों को दिये पुरस्कार
नयी दिल्ली: नवोन्मेष (नयी खोजों) को प्रोत्साहन देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरूवार को आठ युवा सैन्य अधिकारियों को उत्कृष्टता प्रमाणपत्र दिये. ये पुरस्कार सैन्य सर्वेक्षण (रिकानिसन्स) एवं युद्धक परिस्थितियों में सैनिकों के लिए बेहतर सुविधाओं जैसे क्षेत्रों में नवोन्मेष कार्यों के लिए दिये गये. सेना दिवस के अवसर पर सेना प्रमुख जनरल […]
नयी दिल्ली: नवोन्मेष (नयी खोजों) को प्रोत्साहन देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरूवार को आठ युवा सैन्य अधिकारियों को उत्कृष्टता प्रमाणपत्र दिये. ये पुरस्कार सैन्य सर्वेक्षण (रिकानिसन्स) एवं युद्धक परिस्थितियों में सैनिकों के लिए बेहतर सुविधाओं जैसे क्षेत्रों में नवोन्मेष कार्यों के लिए दिये गये.
सेना दिवस के अवसर पर सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह सुहाग द्वारा अपने आवास पर आयोजित जलपान कार्यक्रम में इन प्रमाणपत्रों को दिया गया. इस अवसर पर मनोहर पर्रिकर भी मौजूद थे.नवोन्मेष करने वालों ने कार्यशील माडल एवं प्रदर्शित वस्तुओं के जरिये अपने काम के बारे में प्रधानमंत्री को जानकारी दी. ऐसा पहली बार हुआ है कि सेना अधिकारियों की तरफ से किये गये इस तरह के प्रयासों को उच्चतम स्तर पर पहचान मिली है.
अगस्त 2014 में डीआरडीओ पुरस्कार प्रदान करते हुए मोदी ने युवाओं से रक्षा अनुसंधान संबंधित गतिविधियों में बडे पैमाने पर शामिल होने का आह्वान किया था ताकि भारत इस क्षेत्र में वैश्विक प्रौद्योगिक प्रगति के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल सके.
प्रधानमंत्री ने डीआरडीओ को इस बात के लिए भी प्रोत्साहित किया था कि वह अपने उत्पादों के अंतिम उपयोगकर्ता.सैनिकों से जुडे. उन्होंने कहा था कि सैनिक रक्षा प्रौद्योगिकी में कई व्यावहारिक नवोन्मेष का सुझाव दे सकते हैं.
मोदी ने कहा कि तीनों सेवाओं (थलसेना, वायुसेना एवं नौसेना) के वार्षिक दिवस केवल देश की रक्षा में हमारे सशस्त्र बलों की सेवा का जश्न मनाने के लिए नहीं होने चाहिए बल्कि ऐसे आयोजन भी करने चाहिए जिससे हमारे सशस्त्र बलों की दक्षता एवं प्रभावशीलता बढ सके.उन्होंने कहा कि इन अवसरों में सेवाओं के ऐसे सदस्यों की पहचान की जानी चाहिए जिन्होंने रक्षा प्रबंधन, संपदा प्रबंधन, पर्यावरण वित्त पोषण एवं व्यय, रक्षा उपकरणों की डिजाइन, रक्षा रणनीतियों पर अध्ययन पत्र आदि में अभिनव योगदान दिया है.