खाद्य सुरक्षा के मुद्दे का स्थायी समाधान ढूंढ सकता है भारत : WTO
जयपुर : आने वाले दिनों में भारत विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में खाद्य सुरक्षा के मुद्दे का स्थायी समाधान ढूंढने में रचनात्मक भूमिका अदा कर सकता है. विश्व व्यापार संस्थान के प्रमुख रोबर्तो अजेवेदो ने आज यह बात कही. सीआइआइ के भागीदारी सम्मेलन में डब्ल्यूटीओ के महानिदेशक अजेवेदो ने यह भी कहा कि सदस्य देशों […]
जयपुर : आने वाले दिनों में भारत विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में खाद्य सुरक्षा के मुद्दे का स्थायी समाधान ढूंढने में रचनात्मक भूमिका अदा कर सकता है. विश्व व्यापार संस्थान के प्रमुख रोबर्तो अजेवेदो ने आज यह बात कही. सीआइआइ के भागीदारी सम्मेलन में डब्ल्यूटीओ के महानिदेशक अजेवेदो ने यह भी कहा कि सदस्य देशों को व्यापार सुगमता समझौता (टीएफए) समय पर लागू करना चाहिए. इससे व्यापार की लागत घटाने और निर्यात प्रोत्साहन में मदद मिलेगी.
उन्होंने कहा ‘सदस्यों को अब ‘खाद्य सुरक्षा मुद्दे’ का स्थायी समाधान ढूंढने की दिशा में मिलकर रचनात्मक तरीके से काम करना होगा. हमारे पास वार्ता पूरी करने के लिए इस साल दिसंबर की समयसीमा है. इसलिए हमें इसमें कोई समय नहीं गंवाना चाहिए. मुझे उम्मीद है कि भारत आने वाले दिनों में इस संबंध में प्रमुख भूमिका निभाएगा.’
डब्ल्यूटीओ प्रमुख ने वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री निर्मला सीतारमण से अलग से भी मुलाकात की. उन्होंने कहा कि विकासशील देशों ने दिसंबर 2013 में हुई बाली वार्ता की सफलता में उल्लेखनीय भूमिका निभायी थीं. उन्होंने कहा बाली में ‘पहला फैसला और स्पष्ट तौर पर भारत के लिए सबसे महत्वपूर्ण फैसला था खाद्य सुरक्षा के उद्येश्यों के लिए अनाज के सार्वजनिक भंडार पर बाली का फैसला, इसमें स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि बाली में तय ‘शांति उपबंध: तक प्रभावी रहेगा. जब तक कि इसका स्थायी समाधान नहीं निकाल लिया जाता.