शाजिया भाजपा में शामिल, लेकिन चुनाव नहीं लड़ना चाहतीं

नयी दिल्ली : आम आदमी पार्टी (आप) की पूर्व नेता शाजिया इल्मी भाजपा में शामिल हो गईं और उन्‍होंने कहा, ‘आप’ इसलिए छोड़ी क्योंकि अरविंद केजरीवाल ‘बदल गये’ और ‘पहुंच से बाहर’ हो गये तथा पार्टी महत्वपूर्ण मुददों से विमुख हो गई. साथ ही उन्होंने कहा कि वह आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव लड़ना नहीं चाहतीं. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 17, 2015 1:06 AM

नयी दिल्ली : आम आदमी पार्टी (आप) की पूर्व नेता शाजिया इल्मी भाजपा में शामिल हो गईं और उन्‍होंने कहा, ‘आप’ इसलिए छोड़ी क्योंकि अरविंद केजरीवाल ‘बदल गये’ और ‘पहुंच से बाहर’ हो गये तथा पार्टी महत्वपूर्ण मुददों से विमुख हो गई. साथ ही उन्होंने कहा कि वह आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव लड़ना नहीं चाहतीं.

‘आप’ नेता केजरीवाल की सहयोगी रह चुकी शाजिया ने कहा, पिछला दिल्ली विधानसभा और उसके बाद लोकसभा चुनाव हारने के बाद मैं चुनाव नहीं लड़ना चाहती. हालांकि मैं पार्टी के निर्णय का अनुसरण करुंगी, लेकिन मैं चाहती हूं कि मेरी पार्टी मेरी इच्छा का सम्मान करे.

शाजिया ने कहा कि उन्‍होंने और केजरीवाल ने अन्ना हजारे के नेतृत्व वाले जनलोकपाल आंदोलन के दौरान साथ काम किया लेकिन उनका मानना है कि वह ‘धीरे-धीरे पहुंच से बाहर’ हो गये जो एक कारण रहा कि उन्‍होंने पार्टी छोड़ दी. शाजिया ने बीते वर्ष मई में आप छोडते हुए पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र का अभाव होने का आरोप लगाया था और केजरीवाल के काम करने के तरीके पर सवाल उठाए थे.

शाजिया ने कहा, जब मैं आप में थी, केजरीवाल में अचानक बदलाव आ गया, जिनके साथ मैंने अन्ना हजारे आंदोलन के समय बहुत करीब थी. और बाद में, मुझे केजरीवाल से फोन पर बात करने का आग्रह करना पडा जिसके कारण मैं बहुत दुखी थी.

पूर्व आप सदस्य ने कहा कि जब वह आप में थीं तो उन्हें लगता था कि आम आदमी को चुनाव लडने का मौका मिल रहा है लेकिन बाद में, हम महत्वपूर्ण मुद्दों से हट गये फिर चाहे यह स्वराज हो, या जनलोकपाल, और इस तरह के मुददे अब नहीं हैं. इससे पहले कल, टीम अन्ना की ही सदस्य रहीं बेदी भाजपा में शामिल हुई हैं. धर्मान्तरण की हाल की कुछ विवादास्पद घटनाओं के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वह ‘जबरन धर्मान्तरण’ के पक्ष में नहीं हैं और इन घटनाओं से भाजपा का कुछ लेना देना नहीं है.

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