भारतीय धरोहर एवं संस्कृति कोर्स शुरू करेगा सीबीएसई
नयी दिल्ली : भारत की समृद्ध संस्कृति और धरोहर के प्रचार प्रसार के उद्देश्य से केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने उच्चतर माध्यमिक स्तर पर वैकल्पिक विषय के रुप में भारत में ज्ञान की परंपरा एवं व्यवहार (केटीपीआई) पेश किया है. यह पाठ्यक्रम बोर्ड से संबद्ध स्कूलों में 11वीं एवं 12वीं कक्षा में शुरु किया […]
नयी दिल्ली : भारत की समृद्ध संस्कृति और धरोहर के प्रचार प्रसार के उद्देश्य से केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने उच्चतर माध्यमिक स्तर पर वैकल्पिक विषय के रुप में भारत में ज्ञान की परंपरा एवं व्यवहार (केटीपीआई) पेश किया है.
यह पाठ्यक्रम बोर्ड से संबद्ध स्कूलों में 11वीं एवं 12वीं कक्षा में शुरु किया जा रहा है. इस विषय को अगले शैक्षणिक सत्र के बाद पाठ्यक्रम में शामिल किया जा सकेगा.
सीबीएसई के अध्यक्ष विनीत जोशी ने कहा, यह एक ऐसा अनोखा पाठ्यक्रम है जो भारत के अतीत के मानवीय दृष्टीकोण को पेश करने की बजाय अतीत के अनुभवों से सीखने और बेहतर भविष्य के लिए अग्रसर होने को प्रेरित करेगा.
उन्होंने कहा कि हमें वर्तमान में सामने आने वाले सवालों का जवाब अपने संबद्ध इतिहास में ढूंढने की जरूरत है जिससे हमारी पहचान है.
इस कोर्स में गणित, रसायन शास्त्र, ललित कला, कृषि, कारोबार एवं वाणिज्य, ज्योतिष, पर्यावरण, जीव विज्ञान समेत कई विषयों का समावेश होगा जो भारतीय संस्कृति और पारंपरिक ज्ञान से सीधे जुड़े होंगे.
बोर्ड ने हाल के दिनों में पाठ्यक्रम में कई सुधार किये हैं और कई कोर्स को शामिल किया है. नौंवी से 12 कक्षा में पढ़ाने के लिए जिन व्यवसायिक पाठ्यक्रमों की पहचान की गई है, उनमें खुदरा, सूचना प्रौद्योगिकी, सुरक्षा, आटोमोबाइल, बैंकिंग, बीमा, आतिथ्य, पर्यटन, मास मीडिया, मीडिया प्रोडक्शन, स्वास्थ्य, सौंदर्य, संगीत, डिजाइन आदि विषय शामिल हैं.
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