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मुंबई में दो करोड़ रुपये लूट मामले में पुलिस का ठोस सुराग मिलने का दावा

मुंबई : पुलिस ने मुम्बई के विले पार्ले उपनगरीय क्षेत्र स्थित एक सुरक्षा वैन से शुक्रवार को हुई दो करोड़ रुपये की लूट के मामले में शनिवार को कुछ ठोस सुराग मिलने का दावा किया. लुटेरों की तलाश कर रही पुलिस ने कहा कि जिस सिक्युरिटी एजेंसी को एटीएम सेंटरों में नकदी डालने की जिम्मेदारी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 18, 2015 4:45 AM
मुंबई : पुलिस ने मुम्बई के विले पार्ले उपनगरीय क्षेत्र स्थित एक सुरक्षा वैन से शुक्रवार को हुई दो करोड़ रुपये की लूट के मामले में शनिवार को कुछ ठोस सुराग मिलने का दावा किया. लुटेरों की तलाश कर रही पुलिस ने कहा कि जिस सिक्युरिटी एजेंसी को एटीएम सेंटरों में नकदी डालने की जिम्मेदारी दी गयी थी वह एक पंजीकृत इकाई नहीं थी और इस मामले के प्रमुख संदिग्ध की आपराधिक पृष्ठभूमि है.
अपराध शाखा के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘हमें लूट के मामले में कुछ ठोस सबूत मिले हैं. चार व्यक्तियों से पूछताछ की गयी है. हमारा मानना है कि उनमें से एक का मामले से संबंध है.’’ दो करोड़ रुपये से भरे वैन से कल विले पार्ले उपनगरीय क्षेत्र में चार व्यक्तियों लूट की जिसमें सिक्युरिटी कंपनी में कार्यरत साबर आलम भी शामिल था. आलम इस मामले में प्रमुख संदिग्ध है.
मुंबई पुलिस आयुक्त राकेश मारिया ने कहा, ‘‘सिक्युरिटी एजेंसी पंजीकृत नहीं है और प्रमुख संदिग्ध की आपराधिक पृष्ठभूमि है. वैन में कोई सीसीटीवी नहीं था. हम एजेंसी के मालिक या संचालक को सह आरोपी बनाएंगे.’’
पुलिस के एक अन्य अधिकारी ने कहा कि वर्तमान में अस्पताल में भर्ती वाहन चालक ने लूट का घटनाक्रम बताया है और वह भी जांच के घेरे में हैं. पुलिस का मानना है कि उससे पूछताछ से घटना के बारे में और जानकारी मिलेगी. यह घटना वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे पर हुई.
पुलिस की विभिन्न टीमों ने लुटेरों का पता लगाने के लिए मुंबई और शहर के बाहर तलाश की. वहीं आलम का परिवार उपनगरीय अंधेरी के साकीनाका स्थित आवास में नहीं मिला.
अधिकारी ने नाम गुप्त रखने की शर्त पर कहा, ‘‘अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद हम ठोस सुराग के लिए चालक से पूछताछ करेंगे.’’ पुलिस ने कहा कि सिक्युरिटी एजेंसी ने लोअर परेल इलाके में कल वैन में करीब दो करोड़ रुपये भरे थे.
चार कर्मचारियों के साथ वाहन निजी बैंक के एटीएम केंद्रों में नकदी भरने के लिए रवाना हुआ. पुलिस ने कहा कि गार्ड के रूप में कार्यरत आलम ने कुछ काम का बहाना बनाकर अपने तीन सहयोगियों से वाहन को वर्ली में रोकने को कहा और बाद में उनके लिए चाय लेकर आया. बाद में पाया गया कि चाय में नशीला पदार्थ मिला हुआ था.
वैन के परेल पहुंचने पर दोनों गार्ड बेहोश हो गए जबकि चालक को नींद महसूस होने लगी. उसी समय एक कार वहां आयी और तीन व्यक्ति उसमें से निकले. तीनों आरोपियों ने आलम के सहयोग से सुरक्षा लॉकर खोला और चालक पर हमला करके नकदी के साथ फरार हो गए. वाहन के चालक और उसके दो सहयोगियों का अस्पताल में इलाज किया जा रहा है.

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