ओबीसी गणना की मांग

नयी दिल्ली: दलगत राजनीति से उपर उठते हुए विभिन्न पार्टियों के नेताओं ने अन्य पिछड़े समुदायों (ओबीसी) की आबादी का सही पता लगाने के लिए उनकी गणना कराने की आज मांग की और ऐसा कराने के वायदे से पीछे हट जाने के लिए सरकार की कड़ी आलोचना की. जनता दल यू के प्रमुख शरद यादव, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:33 PM

नयी दिल्ली: दलगत राजनीति से उपर उठते हुए विभिन्न पार्टियों के नेताओं ने अन्य पिछड़े समुदायों (ओबीसी) की आबादी का सही पता लगाने के लिए उनकी गणना कराने की आज मांग की और ऐसा कराने के वायदे से पीछे हट जाने के लिए सरकार की कड़ी आलोचना की.

जनता दल यू के प्रमुख शरद यादव, एनसीपी नेता छगन भुजबल, भाजपा के गोपीनाथ मुंडे और भाकपा के अतुल कुमार अंजान ने यहां अखिल भारतीय मुस्लिम ओबीसी संगठन के राष्ट्रीय सम्मेलन में उक्त बात कही. शरद यादव ने कहा, ‘‘भारत में हर चीज की गिनती होती है. इंसानों से लेकर जानवरों की, चिड़ियों से लेकर पेड़ों तक की. लेकिन मैं हैरान हूं कि जब वंचित वर्ग ओबीसी की गिनती कराए जाने का मामला आता है तो यह सरकार इतनी अड़ियल क्यों बन जाती है.’’

भाजपा के गोपीनाथ मुंडे ने सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि वह ओबीसी की गणना नहीं कराके इन पिछड़े समुदायों के साथ धोखा कर रही है. उन्होंने कहा, ‘‘यह सरकार ओबीस के साथ छल कर रही है. संसद में इसने ऐलान किया कि ओबीसी की गिनती करायी जाएगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ.’’ उन्होंने कहा कि ओबीसी की आर्थिक स्थिति, उनकी शिक्षा और रोजगार आदि की वास्तविक स्थिति जानने के लिए उनकी सही संख्या का जानना बहुत जरुरी है.एनसीपी नेता छगन भुजबल ने कहा कि सभी दल इस बात को सुनिश्चित करें कि संसद के वर्तमान बजट सत्र में इस मुद्दे को जोर शोर से उठाया जाए.

Next Article

Exit mobile version