अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा की भारत यात्रा के दौरान राजपथ पर सात स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था
वाशिंगटन : राष्ट्रपति बराक ओबामा की भारत यात्रा से पहले अमेरिका ने पाकिस्तान से कहा है कि यात्रा के दौरान सीमा पर आतंकी हमले की कोई घटना नहीं होनी चाहिए. किसी हमले की स्थिति में ‘नतीजों’ को लेकर आगाह भी किया. ओबामा 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने के […]
वाशिंगटन : राष्ट्रपति बराक ओबामा की भारत यात्रा से पहले अमेरिका ने पाकिस्तान से कहा है कि यात्रा के दौरान सीमा पर आतंकी हमले की कोई घटना नहीं होनी चाहिए. किसी हमले की स्थिति में ‘नतीजों’ को लेकर आगाह भी किया. ओबामा 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने के लिए तीन दिन की यात्रा पर 25 दिसंबर को नयी दिल्ली आ रहे हैं.
इस मौके पर उपस्थित होनेवाले वह पहले अमेरिकी राष्ट्रपति होंगे. अमेरिका और भारतीय सुरक्षा एजेंसियां ओबामा की यात्रा को लेकर पूरा एहतियात बरत रही हैं, क्योंकि परेड के दौरान ओबामा दो घंटे से अधिक समय तक खुले आसमान के नीचे रहेंगे.
पाक में सक्रिय आतंकी संगठनों की पुरानी हरकतों को देखते हुए अमेरिका ने यह चेतावनी दी है. ये आतंकी संगठन अमेरिका से उच्च स्तरीय भारत यात्रा होने पर हमले करते हैं. वर्ष 2000 में बिल क्लिंटन की भारत यात्रा के दौरान जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में 36 सिखों की हत्या कर दी थी. पाकिस्तान में अमेरिकी दूतावास को भी अलर्ट किया गया है.
सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम :
बराक ओबामा की मौजूदगीवाले गणतंत्र दिवस परेड के लिए राजपथ पर वीवीआइपी दीर्घा के चारों ओर सात स्तर का सुरक्षा घेरा होगा. वहीं, इलाके के वायुक्षेत्र की निगरानी विशेष रूप से लगाया गया रडार करेगा.
– ओबामा की सुरक्षा के लिए बनेगा सात स्तरीय सुरक्षा घेरा
– एसपीजी और सीक्रेट सर्विसेज के कर्मी करीबी घेरे पर होंगे
– वीवीआइपी दीर्घा के ऊपर निगरानी के लिए विशेष रडार
– केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के कंसील्ड एंटी टेररिस्ट (कैट) दस्ते दिल्ली की होटलों, गेस्ट हाउसों और जोखिमवाले स्थानों पर औचक जांच करेंगे
– 1,00,000 सुरक्षाकर्मी सुरक्षा में रहेंगे तैनात
– 80,000 दिल्ली पुलिस के कर्मी
– 20,000 जवान पड़ोसी राज्यों के
एक ‘मल्टी एजेंसी’ कंट्रोल रूम दिल्ली के प्रत्येक इलाकेकी निगरानी करेगा
पहली बार
– समारोह स्थल के आसपास और शहर के प्रवेश बिंदुओं पर चेहरों की पहचान करनेवाले कैमरे लगेंगे
– राष्ट्रपति की ओर से आयोजित जलपान (एट होम) समारोह के अतिथियों की सूची छोटी की जा रही है
– हवाई सीमा के उल्लंघन की कोशिश नाकाम करने के लिए विमानभेदी तोप तैनात
– 72 घंटे पहले अमेरिकी सुरक्षाकर्मी भूमिगत मेट्रो और राजपथ के इर्द-गिर्द के कार्यालयों को अपने संरक्षण में ले लेंगे
नो फ्लाई जोन घोषित नहीं होगा राजपथ
अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा के सुरक्षा इंतजामों को लेकर अमेरिकी एजेंसियां हर दिन मीन-मेख निकाल रहा है. उसने राजपथ को नो फ्लाई जोन घोषित करने की मांग रखी, लेकिन भारत ने इससे इनकार कर दिया. कहा कि ऐसा करने से एयरफोर्स का फ्लाइ पास्ट नहीं हो पायेगा. और भारत इसे रद्द करने के लिए भारत तैयार नहीं है. अमेरिकी एजेंसियों को बाहरी सुरक्षा देखने की इजाजत तो भारत दे सकता है, लेकिन मंच की सुरक्षा भारतीय एजेंसियां ही करेंगी.
कैसे आयेंगे : यदि ओबामा राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के साथ समारोह स्थल पर पहुंचते हैं, तो यह पहला मौका होगा, जब अमेरिकी राष्ट्रपति अपनी उच्च सुरक्षावाली बख्तरबंद कार में यात्रा नहीं करेंगे
राजपथ पर : सालाना परेड देखने के लिए राजपथ में ओबामा राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य वीवीआइपी के साथ बैठेंगे.
‘मंगलयान’ और ‘स्वच्छ भारत मिशन’ परेड के मुख्य आकर्षण
– छह स्कूलों, अनेक सांस्कृतिक केंद्रों के कुल 1200 विद्यार्थी ‘स्वच्छ बनायें भारत’ विषय पर नृत्य प्रस्तुति देंगी
– छात्र दो मिनट की नृत्य प्रस्तुति के साथ ‘मंगलयान’ मिशन को प्रदर्शित करेंगे
(सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की कुल अवधि 17-18 मिनट)
अभेद्य किला है ओबामा की कार
द बीस्ट
नाइट विजन कैमरा सारे संकेत अंदर भेजता है
बॉडी पांच इंच मोटी स्टील की प्लेट के ऊपर बनी है. विस्फोट से भी कार का कुछ नहीं बिगड़ता
इमरजेंसी के लिए एक ट्रंक में खून की व्यवस्था
इमरजेंसी गीयर और अग्निशमन की व्यवस्था
कार के गेट : आठ इंच मोटी स्टील प्लेट से बने हैं, जो बोइंग 757 के गेट जैसे हैं
राष्ट्रपति जब कार में होते हैं, तो यह झंडा लगता है
इंजन : 8.5 लीटर डीजल इंजन
टायर : स्टील की प्लेट से बने टायर कभी पंक्चर नहीं होते
इंटीरियर : सात लोगों के बैठने की क्षमता. दो आगे, पांच लोग पीछे
गैस टैंक : धमाकों को कर देता है बेअसर
दरवाजों में लगी हैं ऑटोमेटिक राइफलें
खिड़कियों में पांच इंच (13 सेमी) मोटी बुलेटप्रूफ ग्लास
ऐसे पहुंचता है मोटरकेड
राष्ट्रपति यात्रा पर होते हैं, तो ‘द बीस्ट’, लेमोजिन और रोडरनर, बख्तरबंद शेवरले सबअर्बन को एयरफोर्स के सी-17 विमान से वहां ले जाया जाता है.