विघ्नकारी नीतियों को सुर्खियां बनाने से मीडिया को बचना चाहिए : नायडू

नयी दिल्ली : केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली के मीडिया ट्रायल का विरोध करने के बाद उनके कैबिनेट सहयोगी एम वेंकैया नायडू ने आज प्रेस से एक ‘जिम्मेदार एवं रचनात्मक’ भूमिका निभाने की अपील की और इस बात पर उपहास किया कि सकारात्मक बहसों की बजाय ‘विघ्नकारी’ दृष्टिकोण मीडिया में सुर्खियां बन रहा है. नायडू ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 19, 2015 4:42 PM

नयी दिल्ली : केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली के मीडिया ट्रायल का विरोध करने के बाद उनके कैबिनेट सहयोगी एम वेंकैया नायडू ने आज प्रेस से एक ‘जिम्मेदार एवं रचनात्मक’ भूमिका निभाने की अपील की और इस बात पर उपहास किया कि सकारात्मक बहसों की बजाय ‘विघ्नकारी’ दृष्टिकोण मीडिया में सुर्खियां बन रहा है. नायडू ने शीतकालीन सत्र के दौरान विपक्ष द्वारा संसद का कामकाज ठप करने की ओर स्पष्ट संकेत करते हुए कहा कि मीडिया ने मुख्य रुप से ऐसी खबरों को छापा कि ‘ये नेता संसद आए और संसद को काम करने नहीं दिया’ , जैसे कि यह एक अच्छी बात हो.

उन्होंने कहा, ‘‘यह ऐसा है कि कोई आया और उसने किसी की हत्या कर दी और फिर आप उसे सुर्खियों में रखने की कोशिश करते हैं.’’ केंद्रीय मंत्री ने यहां विश्व शौचालय सम्मेलन के अवसर पर एक सभा में कहा, ‘‘मीडिया को एक जिम्मेदार एवं रचनात्मक भूमिका निभानी चाहिए. दुर्भाग्यपूर्ण बात यह है कि इस देश में रचनात्मक चीज या रचनात्मक बहस कोई खबर नहीं है. विध्वंसक नजरिया या विघ्नकारी दृष्टिकोण बडी खबरें बन जाता है.’’ इससे पहले कल सूचना एवं प्रसारण मंत्री अरुण जेटली ने मीडिया ट्रॉयल के खिलाफ बयान दिया था.उन्होंने कहा था कि इसकी वजह से अदालतें बडे मामलों में जबरदस्त दबाव में आ जाती हैं. मीडिया को आत्मनिरीक्षण करना चाहिए क्योंकि समानांतर ट्रायल माहौल को प्रभावित करते हैं.
संसदीय मामलों के और शहरी विकास मंत्री नायडू ने कहा कि संसद की कार्यवाही पहले पन्ने की खबरें बनती है और सनसनी फैलाने वाली और विघ्नकारी चीजों से किसी का फायदा नहीं होगा.
उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप सदन के आसन के पास जाते हैं और कुछ अतर्कसंगत चीज करते हैं एवं कागज फेंकते या माइक उठाते हैं तो आप पहले पन्ने की खबर बन जाते हैं. इन सनसनी फैलाने वाली और विघ्नकारी चीजों से किसी का फायदा नहीं होगा.आपको यह बात समझनी चाहिए. केंद्रीय मंत्री ने हालांकि विभिन्न सामाजिक मुद्दों से जुडी खबरें देने वाले अखबारों की तारीफ की.
उन्होंने कहा, ‘‘बहुत सारे अखबारों ने स्वच्छ भारत के मुद्दे को हाथों हाथ लिया है. वह इसे थोडी जगह दे रहे हैं, अच्छी चीजों के बारे में खबरें दे रहे हैं.’’ इस मौके पर केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन राज्य मंत्री महेश शर्मा और केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड ने भी सभा को संबोधित किया.

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