नयी दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी के संसदीय दल की बैठक में कईअहम फैसले लिए जाने हैं. इस बैठक में मुख्य रूप से किरण बेदी की किस्मत पर फैसला संभव है. उन्हें भाजपा में सीएम पद के चेहरे के रूप में पेश किये जाने पर नेताओं की अलग अलग प्रतिक्रिया रही है.
वहींसूत्रों के अनुसार, नयी दिल्ली सीट से अरविंद केजरीवाल को टक्कर देने के लिए शाजिया इल्मी का नाम सामने आ रहा है. विनोद कुमार बिन्नी पंपड़गंज से मनीष सिसोदिया को टक्कर देंगे. किरण बेदी को मालवीय नगर या ग्रैटर कैलाश से टिकट मिल सकता है. वहीं आज ही भाजपा में शामिल हुई कृष्णा तीरथ को मंगोलपुरी से टिकट मिलने की संभवाना है. सूत्र तो यहां तक बताते हैं कि जगदीश मुखी का टिकट कट सकता है.
कुल मिलाकर पार्टी में आये सभी नये लोगों को टिकट मिल सकता है. देश की पहली महिला आईपीएस अधिकारी किरण बेदी के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने के बाद से विपक्षी दलों के साथ-साथ भाजपा के अंदर भी बवाल मचा हुआ है. किरण बेदी के आने के बाद दिल्ली में मुख्यमंत्री उम्मीदवार के चेहरे को लेकर अटकलों के साथ-साथ राजनीतिक माहौल गरम है.
जगदीश मुखी की नाराजगी
भाजपा कई पुराने चेहरों के दम पर दिल्ली में विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में थी. लेकिन भाजपा में किरण बेदी के आगमन के बाद उन्हें एक चेहरे के रूप में पेश किया जाने लगा. भाजपा नेता और संघ के करीबी रहे जगदीश मुखी भी इस बाबत कुछ कहने से इनकार किया की किरण बेदी दिल्ली में मुख्यमंत्री का चेहरा होगी या नहीं. किरण बेदी के सीएम उम्मदीवार घोषित किये जाने की खबरों के बीच जगदीश मुखी ने कहा कि किरण बेदी के बारे में कुछ भी बात नहीं की गयी. इंडियन एक्सप्रेस के हवाले से बताया गया है कि दिल्ली भाजपा नेताओं को इस संबंध में विश्वास में नही लिया गया.
हर्षवर्धन का रुख भी साफ नहीं
दिल्ली में सीएम पद की उम्मीदवार के रूप में पेश किये जाने पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि पार्टी किसी को चेहरे के रूप में पेश नहीं कर रही. हमारे विकास का एजेंडा और भाजपा का चेहरा काफी है. गौरतलब है कि रविवार को किरण बेदी ने दिल्ली के सभी सांसदों की मीटिंग अपने घर पर बुलाई थी. सूत्रों के मुताबिक सांसदों को मीटिंग के लिए बीजेपी ऑफिस से बाकायदा सूचना दी गई थी. इस मीटिंग में चांदनी चौक से सांसद और केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन देर से पहुंचे. जब तक वह पहुंचे, तब तक किरण बेदी वहां से जा चुकी थीं.
मनोज तिवारी भी नहीं हैं पक्ष में
नार्थ – ईस्ट से पार्टी सांसद मनोज तिवारी ने पहले तो सख्त लहजे में चाय पर ना जाने के सवाल पर कहा कि हमारे किसी लीडर ने हमें चाय पर नहीं बुलाया. लेकिन कुछ घंटों में ही उन्होंने अपना बयान बदल दिया और बेदी का पार्टी में स्वागत करते नजर आये. पहले तो उन्होंने तो यहां तक कहा है कि किरण बेदी को सीएम कैंडिडेट नहीं बनाया जाना चाहिए.