रक्षा मंत्री पर्रिकर ने चार पोतों को शामिल किया तटरक्षक बल में
पणजी: रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने आज गोवा के बंदरगाह शहर वास्को में भारतीय तटरक्षक बल के चार पोतों को सेवा में शामिल किया, जिनका उपयोग मुख्य रुप से गश्त और पीछा करने के लिए किया जायेगा. इन पोतों में दो तेज गति वाली गश्त नौकाएं.आईसीजी अमोघ एवं आईसीजी अमय शामिल हैं. दो पीछा करने […]
पणजी: रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने आज गोवा के बंदरगाह शहर वास्को में भारतीय तटरक्षक बल के चार पोतों को सेवा में शामिल किया, जिनका उपयोग मुख्य रुप से गश्त और पीछा करने के लिए किया जायेगा.
इन पोतों में दो तेज गति वाली गश्त नौकाएं.आईसीजी अमोघ एवं आईसीजी अमय शामिल हैं. दो पीछा करने वाली नौकाएं चार्ली 413 एवं चार्ली 414 हैं, जिनका इस्तेमाल एजेंसी द्वारा खोज एवं बचाव के लिए भी किया जा सकता है. इस अवसर पर पर्रिकर ने तटरक्षक बल के बेडे को यथाशीघ्र इसके स्वीकृत स्तर तक लाये जाने की जरुरत पर बल दिया.
उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस बात को लेकर आश्वस्त हूं कि कुछ वर्ष बीतने के बाद भारतीय तटरक्षक बल के पास समुचित क्षमता होगी.’’ पोतों एवं विमान में स्वदेशी प्रौद्योगिकी के उपयोग को बढाये जाने पर बल देते हुए पर्रिकर ने कहा, ‘‘फिलहाल, हमारे पास 45 प्रतिशत स्वदेशी आधार पर निर्मित जहाज हैं, जिन्हें आगे और बढाये जाने की जरुरत है. रक्षा के क्षेत्र में हम बाहरी एजेंसियों पर निर्भर नहीं रह सकते.’’
जहाजों को सेवा में शामिल किया जाना कोच्चि शिपयार्ड तथा मैसर्स लार्सन एवं टूब्रो को दिये गये 20 पोतों के आर्डर का हिस्सा है. इस पूरे आर्डर की आपूर्ति सितंबर 2020 तक की जानी है. इस अवसर पर तटरक्षक बल के महानिदेशक अनुराग थपलियाल ने कहा कि तटरक्षक बल की गतिविधियों एवं अभियानगत मांग की गुंजाइश काफी बढी है.