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जयपुर साहित्य महोत्सव का हुआ भव्य आगाज, विभिन्न क्षेत्रों के 300 वक्ता होंगे शामिल
जयपुर : आठवें जयपुर साहित्य उत्सव का आज यहां भव्य शुरुआत के साथ आगाज हुआ. एशिया के सबसे बड़े साहित्यिक उत्सवों में से एक इस उत्सव में शिरकत करने के लिए बॉलीवुड की कुछ हस्तियों सहित लेखक, शायर एवं नोबेल पुरस्कार विजेता यहां आने लगे हैं. राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इस पांच-दिवसीय उत्सव […]
जयपुर : आठवें जयपुर साहित्य उत्सव का आज यहां भव्य शुरुआत के साथ आगाज हुआ. एशिया के सबसे बड़े साहित्यिक उत्सवों में से एक इस उत्सव में शिरकत करने के लिए बॉलीवुड की कुछ हस्तियों सहित लेखक, शायर एवं नोबेल पुरस्कार विजेता यहां आने लगे हैं.
राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इस पांच-दिवसीय उत्सव का उद्घाटन किया तथा पुरानी यादों में जाकर वर्ष 2006 में शुरू हुए इस उत्सव की शुरुआत को स्मरण किया. वसुंधरा ने कहा, ‘‘जब मैं यहां पहली बार उत्सव में आयी थी, तब यहां लगभग 40 लोग आए थे और पिछले साल इसमें रिकार्ड दो लाख से अधिक लोगों ने शिरकत की. दुनिया काफी तेज गति से चल रही है. इस उत्सव जैसे बुद्धिजीवियों के जमघट से अन्य लोगों में ज्ञान का प्रचार हो सकता है. विश्वास रखें कि बदलाव की संभावना है’’.
उम्मीद की जा रही है कि इस उत्सव के दौरान विभिन्न क्षेत्रों के लगभग 300 वक्ता लैंगिक समानता से लेकर वैश्विक आर्थिक संकट के साथ-साथ साहित्य, कला एवं फिल्मों से संबंधित अन्य मुद्दों पर अपने-अपने विचार पेश करेंगे.
मुख्य कार्यक्रम ऐतिहासिक दिग्गी पैलेस में किया जा रहा है, जबकि क्लार्क्स आमेर, नारायण निवास और आमेर फोर्ट एवं हवा महल सहित अन्य स्थानों पर भी उत्सव के दौरान कार्यक्रम किए जाएंगे. उत्सव के आयोजक संजय रॉय ने इस कार्यक्रम में ‘‘अभिव्यक्ति की बहुलता’’ का स्वागत किया है. चीन में जन्मे जंग चंग, पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम, अभिनेता नसीरुद्दीन शाह, नाटककार गिरीश कर्नाड एवं नोबेल पुरस्कार विजेता वीएस नायपाल सहित कई बड़ी हस्तियां इस उत्सव में भाग लेंगे.
जयपुर साहित्य उत्सव ने दुनिया में बनायी एक नयी पहचान : मुख्यमंत्री
जयपुर : राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने आज से जयपुर में शुरू हुए पांच दिवसीय जयपुर साहित्य समारोह की तारीफ करते हुए कहा है कि इस उत्सव ने दुनिया में एक नयी पहचान बना ली है. वसुंधरा आज जयपुर साहित्य महोत्सव के उद्घाटन के मौके पर संवाददाताओं से बातचीत कर रही थीं. उन्होंने कहा कि हर इनसान की जिंदगी में अध्ययन का अहम स्थान होता है, मेरी इच्छा है कि जयपुर साहित्य महोत्सव की तर्ज पर ही इसी तरह से अन्य आयोजन होने चाहिए और उसका लाभ सभी को मिले.
उन्होंने कहा कि साहित्य महोत्सव से जयपुर की नयी पहचान बन गयी है. उन्होंने आयोजकों से इस तरह के अन्य आयोजन करने का आह्वान किया. जयपुर की डिग्गी पैलेस में आज से शुरू हुए जयपुर साहित्य महोत्सव में 21 और 22 जनवरी को आमेर किले में और हवामहल में धरोहर एवं संस्कृति पर केंद्रित दो विशेष सत्र भी होंगे. द पायटिक इमेजिनेशन पर जाने-माने लेखक और अनुवादक अरविंद कृष्ण मेहरोत्र, साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता अशोक वाजपेयी और पुलित्जर पुरस्कार विजेता विजय शेषाद्रि भाग लेंगे.
साहित्यिक उत्सव में नोबेल पुरस्कार विजेता वी एस नायपाल, मैन बुकर पुरस्कार विजेता इलीनार कैटान, जाने माने घुमक्कड लेखक पाल थैरो, अभिनेत्री वहीदा रहमान, शबाना आजमी, अभिनेता नसीरुद्दीन शाह, विख्यात उपन्यासकार साराह वॉटर्स, अमित चौधरी, एलिमीर मैकब्राइड भाग लेंगे और यहां पर राजनीति, सामाजिक, धार्मिक, कला विषयों पर चर्चा होगी.
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