प्रधानमंत्री पद के लिए होना चाहिए सीधा चुनाव : अन्ना
गोण्डा : भ्रष्टाचार के खिलाफ अलख जगाने निकले प्रसिद्व समाजसेवी अन्ना हजारे ने कहा है कि जब तक देश के प्रधानमंत्री पद का चुनाव सीधे जनता द्वारा नहीं होगा तब तक देश का भला नहीं होने वाला है. जनतंत्र यात्रा पर निकले अन्ना हजारे ने आज यहां पहुंचने पर संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस और […]
गोण्डा : भ्रष्टाचार के खिलाफ अलख जगाने निकले प्रसिद्व समाजसेवी अन्ना हजारे ने कहा है कि जब तक देश के प्रधानमंत्री पद का चुनाव सीधे जनता द्वारा नहीं होगा तब तक देश का भला नहीं होने वाला है.
जनतंत्र यात्रा पर निकले अन्ना हजारे ने आज यहां पहुंचने पर संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस और भाजपा दोनों ही मजबूत लोकपाल लाने के इच्छुक नहीं लगते. अन्ना ने मजबूत जन लोकपाल कानून बनाने की मांग को लेकर एक बार फिर रामलीला मैदान में अनशन करने की घोषणा की और कहा कि मजबूत जन लोकपाल कानून बनाने की मांग पूरी करवाए बिना वह मरने वाले नहीं हैं.
गांधीवादी समाजसेवक ने कहा कि वर्ष 2003 में महाराष्ट्र के एक मंत्री ने उनकी हत्या के लिए तीस लाख रुपये की सुपारी दी थी और ‘तब हत्यारे ने मेरे एक सहयोगी को मार दिया मगर मुझे छोड़ दिया.
’ उन्होंने सवालों के जवाब में कहा कि मोदी और राहुल दोनों ही सत्ता के भूखे हैं. हजारे ने अपने संगठन के लोगों के कभी भी चुनाव नहीं लडने के संकल्प को पुन: दोहराते हुए कहा कि उनकी लड़ाई देश में सही अर्थो में जनतंत्र की स्थापना करने के लिए है और यह तभी संभव है जब देश की जनता को संविधान के अनुसार चरित्रवान लोगों को ही चुनने के लिए जागरुक किया जाएगा.
कांग्रेसी नेताओं द्वारा पांच और 12 रुपये में भर पेट भोजन मिल जाने संबंधी बयानों के बारे में अन्ना ने कहा कि यह गरीब जनता के साथ भद्दा मजाक है.