द्विवेदी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का मन बना रही है कांग्रेस!

नयी दिल्ली : वरिष्ठ कांग्रेस नेता व पार्टी महासचिव जनार्दन द्विवेदी के द्वाराकथित रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भारतीयता का प्रतीक बताये जाने के खिलाफ पार्टी ने कार्रवाई का संकेत दिया है. वहीं, जनार्दन द्विवेदी ने खुद के द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर दिये गये बयान के संदर्भ में कांग्रेस अनुशासन समिति के प्रमुख […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 22, 2015 1:53 PM
नयी दिल्ली : वरिष्ठ कांग्रेस नेता व पार्टी महासचिव जनार्दन द्विवेदी के द्वाराकथित रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भारतीयता का प्रतीक बताये जाने के खिलाफ पार्टी ने कार्रवाई का संकेत दिया है. वहीं, जनार्दन द्विवेदी ने खुद के द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर दिये गये बयान के संदर्भ में कांग्रेस अनुशासन समिति के प्रमुख एके एंटनी से मुलाकात की है और अपना पक्ष रखा है. इससे पहले आज दिन में कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रमुख और महासचिव अजय माकन ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जनार्दन द्विवेदी का बयान कांग्रेस का बयान नहीं है और पार्टी उनसे सहमत नहीं है. उन्होंने द्विवेदी के बयान की निंदा की. उन्होंने यह संकेत दिया कि पार्टी हाइकमान द्विवेदी के खिलाफ कार्रवाई करेगा. उन्होंने कहा कि इस संबंध में शीर्ष नेतृत्व फैसला लेगा.
हालांकि माकन के प्रेस कान्फ्रेंस के ठीक बाद जनार्दन द्विवेदी ने प्रेस कान्फ्रेंस कर सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने नरेंद्र मोदी को भारतीयता का प्रतीक नहीं बताया था. हालांकि उन्होंने पत्रकारों के कार्रवाई के सवाल के जवाब में कहा कि कोई बात नहीं, पार्टी बहुतों पर कार्रवाई करती है. उन्होंने कहा कि उन्हें धर्म, परंपरा का ज्ञान किसी से लेने की जरूरत नहीं की है.
जनार्दन द्विवेदी ने कहा कि उन्होंने उस समाचार एजेंसी को कहा था कि नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी लोगों को यह समझाने में सफल रहे कि वह भारतीय जनमानस का प्रतिनिधित्व करते हैं. इस मायने में यह हमारी हार है. उन्होंने कहा कि उस समाचार एजेंसी ने उनकी बात का शीर्षक यह लगा दिया कि मैंने मोदी की तारीफ की और उन्हें भारतीयताकाप्रतीक बता दिया. उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति की समझ की सीमा और उसकी नीयत होती है. अगर लोगों की नीयत कुछ और हो तो मैं कुछ नहीं कर सकता.
उन्होंने कहा कि यह देश उदार परंपराओं का देश है और वेइस परंपरा में महात्मा गांधी, मुंशी प्रेमचंद और जवाहर लाल नेहरू को मानते हैं. उन्होंने कहा कि यह भी बताया गया कि उनके बयान के हिंदी वजर्न को मोडीफाइ किया गया है. उन्होंने पत्रकारों की ओर इशारा करते हुए कहा कि वे नहीं जानते कि उनकी भाषा में मोडीफाइ का क्या मतलब है.

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