भारतीय, अमेरिकी अधिकारियों की बैठक, रक्षा संबंधी मुद्दों पर काम होना अब भी बाकी
नयी दिल्ली: भारत और अमेरिका के शीर्ष अधिकारियों ने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के आगामी दौरे में विशेषकर रक्षा व्यापार और प्रौद्योगिकी पहल समेत सैन्य संबंधी मुद्दों को अंतिम रुप देने के लिए आज यहां वार्ता की.अमेरिका के अधिग्रहण, प्रौद्योगिकी और साजो सामान (एटीएंडएल) मामलों के उप रक्षा मंत्री फ्रैंक केंडाल ने रक्षा सचिव आरके […]
नयी दिल्ली: भारत और अमेरिका के शीर्ष अधिकारियों ने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के आगामी दौरे में विशेषकर रक्षा व्यापार और प्रौद्योगिकी पहल समेत सैन्य संबंधी मुद्दों को अंतिम रुप देने के लिए आज यहां वार्ता की.अमेरिका के अधिग्रहण, प्रौद्योगिकी और साजो सामान (एटीएंडएल) मामलों के उप रक्षा मंत्री फ्रैंक केंडाल ने रक्षा सचिव आरके माथुर और रक्षा उत्पादन सचिव जी मोहन कुमार समेत वरिष्ठ रक्षा अधिकारियों एवं अन्य के साथ वार्ता की. केंडाल भारत संबंधी रक्षा मामलों खासकर भारत-अमेरिका रक्षा व्यापार और प्रौद्योगिकी पहल (डीटीटीआई) पर पेंटागन प्रभारी हैं.
उनका मुख्य लक्ष्य डीटीटीआई को आगे बढाना है जो रक्षा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग को बढावा देता है और महत्वपूर्ण रक्षा प्रणालियों के सह निर्माण और सह विकास को सक्षम करता है. इन्हें लेकर अधिकारियों के चुप्पी बनाए रखने के बीच सूत्रों ने कहा कि अमेरिका ने डीटीटीआई के तहत सह उत्पादन एवं सह विकास के लिए 17 हाइटेक सैन्य साजो सामान की पेशकश की है.
समझा जा रहा है कि इन 17 सामानों में से भारत की दिलचस्पी मानव रहित हवाई वाहन (यूएवी) और विमान पोतों के लिए विमान लैंडिंग प्रणाली समेत पांच चीजों में है.अधिकारियों ने कहा कि अब तक किसी को भी अंतिम रुप नहीं दिया गया। कल दूसरे दौर की बातचीत होगी.ओबामा 25 जनवरी को भारत आ रहे हैं और गणतंत्र दिवस की परेड में मुख्य अतिथि होंगे.