शांति भूषण ने कहा , केजरीवाल को पार्टी संयोजक पद से त्यागपत्र दे देना चाहिए

नयी दिल्ली : आम आदमी पार्टी में नेतृत्व का विवाद गहराता दिख रहा है. गुरुवार को आप पार्टी के संस्थापक सदस्य शांति भूषण द्वारा भाजपा की ओर से दिल्ली विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार किरण बेदी की तारीफ किये जाने के बाद उन्होंने कहा है कि अरविंद केजरीवाल को पार्टी संयोजक पद से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 23, 2015 1:11 PM
नयी दिल्ली : आम आदमी पार्टी में नेतृत्व का विवाद गहराता दिख रहा है. गुरुवार को आप पार्टी के संस्थापक सदस्य शांति भूषण द्वारा भाजपा की ओर से दिल्ली विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार किरण बेदी की तारीफ किये जाने के बाद उन्होंने कहा है कि अरविंद केजरीवाल को पार्टी संयोजक पद से त्यागपत्रदे देना चाहिए. उनके अनुसार, आम आदमी पार्टी का विचार केजरीवाल से बड़ा है. उन्होंने ये बातें एक निजी समाचार चैनल के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में कही है.
वहीं, अपनी तारीफ किये जाने से उत्साहित किरण बेदी ने आप संस्थापक शांति भूषण से मिलने की इच्छा प्रकट की. उन्होंने कहा कि इसके लिए उन्होंने एसएमएस किया है. वहीं, शांति भूषण ने बेदी से मिलने की संभावना से इनकार कर दिया और कहा कि उन्हें इस संबंध में कोई फोन नहीं आया है. उल्लेखनीय है कि आप संस्थापक द्वारा कल किरण बेदी की तारीफ किये जाने के बाद भूषण के पुत्र व आप पार्टी के वरीय नेता प्रशांत भूषण ने मीडिया से कहा था कि वे बेदी पर दिये उनके बयान से इत्तेफाक नहीं रखते हैं.
वहीं, न्यूज चैनल से विशेष बातचीत में शांति भूषण ने कहा कि केजरीवाल रास्ता भटक गये हैं और वे केवल जीतना चाहते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि केजरीवाल ने अपने चारों ओर लोगों का घेरा बना रखा है, जो पार्टी को नुकसान पहुंचा रहे हैं. दिलचस्प यह कि शांतिभूषण ने यह भी कि कहा कि उनके पुत्र प्रशांत भूषण निजी तौर पर उनके बयान से सहमत होंगे, लेकिन चुनाव निकट होने के कारण वे सार्वजनिक रूप से इसे स्वीकार नहीं कर रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि नये संयोजक के चुनाव के लिए 10 फरवरी के बाद आम आदमी पार्टी की बैठक होगी, जिसे वे खुद बुलायेंगे.
उल्लेखनीय है कि सात को दिल्ली चुनाव के लिए मतदान होगा, जबकि 10 फरवरी को परिणाम आयेगा. आप पार्टी नेता योगेंद्र यादव ने भी शांति भूषण के बयान पर आश्चर्य प्रकट किया है और कहा है कि वे सांप्रदायिक मानी जाने वाली भाजपा में किरण बेदी के जाने को कैसे उचित ठहरा सकते हैं.

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