उबर ने दिल्ली में कैब सेवा दोबारा शुरु की
नयी दिल्ली: टैक्सी बुक करने की सुविधा देने वाली अमेरिकी कंपनी ‘उबेर’ ने राष्ट्रीय राजधानी में अपनी सेवाएं दोबारा शुरु कर दी हैं.कंपनी केवल उन्हीं ड्राइवरों को नौकरी पर रखेगी जिनकी पृष्ठभूमि का सत्यापन हाल ही में पुलिस द्वारा किया गया है. कंपनी ने रेडियो टैक्सी आपरेटर के तौर पर सेवाएं देने के लिए लाइसेंस […]
नयी दिल्ली: टैक्सी बुक करने की सुविधा देने वाली अमेरिकी कंपनी ‘उबेर’ ने राष्ट्रीय राजधानी में अपनी सेवाएं दोबारा शुरु कर दी हैं.कंपनी केवल उन्हीं ड्राइवरों को नौकरी पर रखेगी जिनकी पृष्ठभूमि का सत्यापन हाल ही में पुलिस द्वारा किया गया है. कंपनी ने रेडियो टैक्सी आपरेटर के तौर पर सेवाएं देने के लिए लाइसेंस हेतु आवेदन किया है.
उबेर ने कहा, ‘‘वह दिल्ली में आपको सेवा देने के लिए वापस आ गई है.’’ कंपनी के अधिकारियों ने कहा कि लोग उसके एप्स के जरिए कैब बुक कर सकते हैं. पिछले साल 6 दिसंबर को एक 26 वर्षीय युवती के साथ एक ड्राइवर द्वारा कथित तौर पर यौन शोषण की घटना के बाद उबेर पर प्रतिबंध लगा दिए गए थे. उक्त युवती ने उबेर एप से टैक्सी बुक की थी.
उबेर टेक्नोलाजीज ने अपने कारोबारी मॉडल में उल्लेखनीय बदलाव करते हुए एक ऐसे कार्यक्रम के तहत लाइसेंसधारी आपरेटर बनने के लिए आवेदन किया है जिसके तहत आपरेटरों को वाहन में उपग्रह निगरानी उपकरण लगाना और एक केंद्रीय नियंत्रण कक्ष का इस्तेमाल करना आवश्यक है. कंपनी ने गत 21 जनवरी को लाइसेंस हेतु आवेदन किया.
उबेर अभी तक कहती रही है कि वह एक प्रौद्योगिकी सेवा प्रदाता है जो ड्राइवरों को संभावित ग्राहकों से जोडती है और वह एक टैक्सी कंपनी नहीं है. सैन फ्रांसिस्को स्थित कंपनी ने एक बयान जारी कर कहा कि वह ऐसे ड्राइवरों को नौकरी पर रखेगी जिनके द्वारा आवेदन किए जाने के छह सप्ताह पहले उनकी पृष्ठभूमि का सत्यापन पुलिस द्वारा किया जा चुका है.
कंपनी अपने सभी ड्राइवरों की पृष्ठभूमि की स्वतंत्र रुप से जांच करेगी और यात्री की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए वाहनों के दस्तावेज की भी जांच करेगी.इसके अलावा, एक इन-एप आपात बटन जैसी अतिरिक्त सुरक्षा विशेषताओं व देशभर में दुर्घटना की स्थिति में निपटने के लिए एक समर्पित टीम भी लगाई जाएगी.
अमेरिका के बाहर भारत उबेर के लिए सबसे बडा बाजार है. कंपनी के मुताबिक, रेडियो कैब फर्मों के पास 200 वाहनों का बेडा होना आवश्यक है. साथ ही उनके पास 24 घंटे का कॉल सेंटर और उनके वाहनों में पैनिक बटन भी होना आवश्यक है.