मोदी लहर पर भारी पड़ते केजरीवाल के 49 दिन!
नयी दिल्ली : दिल्ली विधानसभा अपने चरम पर है. जहां एक ओर सबकी पोल खोलने वाली आम आदमी पार्टी शांति भूषण के बयान के बाद बैक फुट पर आ गई है वहीं भाजपा ने किरण बेदी को सीएम पद का उम्मीदवार बनाकर पार्टी की जीत की ओर एक कदम बढ़ा दिया है. मोदी लहर के […]
नयी दिल्ली : दिल्ली विधानसभा अपने चरम पर है. जहां एक ओर सबकी पोल खोलने वाली आम आदमी पार्टी शांति भूषण के बयान के बाद बैक फुट पर आ गई है वहीं भाजपा ने किरण बेदी को सीएम पद का उम्मीदवार बनाकर पार्टी की जीत की ओर एक कदम बढ़ा दिया है.
मोदी लहर के भरोसे झारखंड हरियाणा और महाराष्ट्र में जीत दर्ज करने वाली भाजपा के लिए दिल्ली में जीत दर्ज करना आसान नहीं है. इसलिए पार्टी अध्यक्ष अमित शाह फूक-फूक कर कदम रख रहे हैं. पार्टी ने बूथ लेबल तक अपनी तैयारी लगभग पूरी कर ली है. पार्टी ने वोटर लिस्ट के आधार पर एक व्यक्ति को नियुक्त किया है.
पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा है कि दिल्ली जीत दर्ज करना बहुत जरूरी है. यह हमारे लिए परीक्षा की घड़ी है. इसके लिए उन्होंने दिल्ली में आप को कमजोर करने के उद्देश्य से पार्टी से इस्तीफा दे चुकी नेता शाजिया ईल्मी को जोड़ा. इतना ही नहीं कभी अरविंद केजरीवाल के साथ मिलकर आंदोलन करने वाली किरण बेदी को भी पार्टी में जोड़कर अमित शाह ने दिल्ली भाजपा को मजबूती प्रदान की है. कभी आप से नाराज होकर पार्टी छोड़ने वाले बिनोद कुमार बिन्नी के भी भाजपा का दामन थामने से भाजपा को लाभ होने की उम्मीद है.
बीजेपी और आम आदमी पार्टी जोर-शोर से मतदाताओं को लुभाने में जुटे हुए हैं. आज अरविंद केजरीवाल ने एनडीटीवी इंडिया से बात करते हुए आरोप लगाया कि किरण बेदी ने अपने सारे सिद्धांत छोड़ दिए हैं, वे सिद्धांत जिनकी बुनियाद पर हमने आंदोलन किया था. केजरीवाल इससे पहले भी भाजपा पर हमला करते हुए कहा था कि हमने 49 दिन में रिश्वत बंद की थी लेकिन मोदी जी से 6 महीने में भी कुछ नहीं हुआ.