पणजी : कुछ पूर्व प्रधानमंत्रियों की ओर से देश के सामरिक एवं खुफिया महत्व : डीप असेस्ट्स: से समझौता करने संबंधी अपनी टिप्पणी पर सार्वजनिक माफी की कांग्रेस की मांग पर रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने आज कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. उपचुनाव में पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार सिद्धार्थ कुनकोलिएंकर के नामांकन पत्र दाखिल करने में साथ आए पर्रिकर इस मुद्दे पर सवालों को टाल गए और कुछ भी कहने से मना किया. रक्षामंत्री के उस बयान से विवाद उत्पन्न हो गया जब उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ पूर्व प्रधानमंत्रियों ने देश के सामरिक एवं खुफिया महत्व :डीप असेस्ट्स: के साथ समझौता किया.
कांग्रेस ने मांग की थी कि मंत्री को अपने दावों के समर्थन में साक्ष्य पेश करना चाहिए अथवा उन्हें सार्वजनिक रुप में माफी मांगनी चाहिए. पर्रिकर ने यह टिप्पणी मुम्बई में एक समारोह के दौरान की जिसमें पाकिस्तान से आने वाली नौका के संदर्भ में तटरक्षक अभियान का जिक्र किया गया था. उन्होंने कहा था, ‘‘आपको डीप असेस्ट्स तैयार करने होते हैं. डीप असेस्ट्स तैयार करने में 20.30 वर्ष लग जाते हैं. दुखद है कि कुछ प्रधानमंत्रियों ने डीप असेस्ट्स के साथ समझौता किया.’’ कांग्रेस ने कल इन आरोपों को गंभीर बताते हुए सार्वजनिक माफी की मांग की थी.