ओबामा की यात्रा के लिए अभूतपूर्व सुरक्षा इंतजाम
नयी दिल्ली : अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के तीन दिवसीय दौरे के लिए कल आगमन से पहले राष्ट्रीय राजधानी में अभूतपूर्व सुरक्षा बंदोबस्त किये गये हैं और दिल्ली पुलिस तथा अर्द्धसैनिक बलों के जवान पूरी तरह से मुस्तैद हैं. गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हो रहे अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा कल […]
नयी दिल्ली : अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के तीन दिवसीय दौरे के लिए कल आगमन से पहले राष्ट्रीय राजधानी में अभूतपूर्व सुरक्षा बंदोबस्त किये गये हैं और दिल्ली पुलिस तथा अर्द्धसैनिक बलों के जवान पूरी तरह से मुस्तैद हैं. गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हो रहे अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा कल सुबह यहां पहुंचेंगे और दिल्लीवालों को अभूतपूर्व सुरक्षा व्यवस्था देखने को मिलेगी तथा मध्य दिल्ली की ओर जाने वाली सडकों पर परिवहन संबंधी पाबंदी रहेंगी.
दिल्ली पुलिस और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के निशानेबाज ओबामा की यात्रा वाले मार्गों पर पडने वाली ऊंची इमारतों पर तैनात रहेंगे. मौर्य शेरेटन होटल के सामने हरेभरे क्षेत्र की पूरी तरह से जांच की गई है और पुलिस कर्मियों को अमेरिकी राष्ट्रपति के यहां रहने तक इस क्षेत्र के जंगलों में तैनात किया गया है. मध्य दिल्ली को अभेद्य किले में तब्दील कर दिया गया है और सुरक्षा एजेंसियों ने करीब 71 इमारतों को आंशिक या पूरी तरह से बंद कर दिया है.
यहां तक कि सांसदों तथा सैन्य बलों के अधिकारियों सहित इस क्षेत्र में रहने वाले नागरिकों को या तो विशेष पास जारी किये गये हैं या क्षेत्र में प्रवेश के लिए उन्हें पहचान साबित करनी होगी. अमेरिकी खुफिया सेवा और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों की एक संयुक्त टीम विशेष रूप से स्थापित नियंत्रण कक्षों में निगरानी रखेंगे. इन कक्षों को नये लगाए गए सीसीटीवी कैमरों से जोडा गया है.
आसमान में किसी संदिग्ध गतिविधि का पता करने के लिए एक समर्पित रडार लगाया गया है और किसी हवाई घुसपैठ को मार गिराने के लिए अतिरिक्त विमान रोधी बंदूकें लगाई गई हैं. नागरिक उडडयन महानिदेशक को परेड के समय दिल्ली के उपर से सभी विमानों का रास्ता बदलने के लिए ‘एनओटीएएम’ (नोटिस टू एयर मैन) जारी किया गया है.
सूत्रों ने कहा कि पहले 32 हजार फुट से उपर के विमान ‘नो फ्लाई जोन’ की श्रेणी में नहीं आते थे लेकिन अब इस ऊंचाई को बढाकर 35 हजार फुट कर दिया गया है.उन्होंने कहा कि हालांकि राजपथ के 400 किलोमीटर के दायरे में कोई विमान नहीं उडेगा जबकि पहले यह दायरा 300 किलोमीटर का था. इसका मतलब यह हुआ कि राष्ट्रीय राजधानी में समारोह के समय जयपुर, आगरा, लखनउ या अमृतसर से विमानों का आवागमन नहीं हो पाएगा.
पुरानी परंपरा के अनुसार, परेड के वक्त यहां इंदिरा गांधी हवाई अड्डे पर कोई विमान न तो उडान भरेगा और न ही उतरेगा. अमेरिकी राष्ट्रपति के दौरे के लिए स्थापित रडार स्टेशनों और नियंत्रण कक्षों में अमेरिकी अधिकारी भी शामिल हो सकते हैं. गणतंत्र दिवस के मुख्य परेड स्थल तीन किलोमीटर लंबे राजपथ को सात घेरे वाली सुरक्षा दी जाएगी और हर 18 मीटर पर एक कैमरे के साथ 160 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे.